MP DA Hike: राज्य कर्मचारियों के लिए बड़ी अपडेट, फिर उठी 7% महंगाई भत्ते की मांग, क्या दिवाली से पहले CM मोहन यादव देंगे तोहफा?

मध्यप्रदेश में 7% डीए की माँग बढ़ती जा रही है। एक बार फिर उपनेता प्रतिपक्ष ने यह मुद्दा उठाया है। सीएम मोहन यादव से महंगाई भत्ते में वृद्धि की मांग की है।

Manisha Kumari Pandey
Published on -
DA hike 2024

MP DA Hike: एक बार फिर मध्यप्रदेश में 7% महंगाई भत्ते का मुद्दा सामने आया है। कॉंग्रेस विधायक एवं उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत सत्यदेव कटारे ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से दिवाली से पहले डीए हाइक की मांग की है। उन्होनें सोशल मीडिया “X” पर एक पोस्ट साझा किया है। बता दें कि कुछ दिन पहले उन्होनें राज्य कर्मचारियों और पेशनभोगियों को केंद्र से समान लंबित 4% डीए/डीए देने की मांग को लेकर सीएम को पत्र लिखा था।

दिवाली को देखते हुए सीएम मोहन यादव ने सभी शासकीय कर्मचारियों को जल्द वेतन देने के लिए सभी विभागों को निर्देशित किया है। 1 नवंबर को मिलने वाला वेतन कर्मचारियों को 28 अक्टूबर तक मिलेगा। ताकि उनकी दिवाली बेहतर हो सके। हेमंत कटारे ने शासन के इस फैसले पर तंज कसा और कहा, “वेतन सभी कर्मचारियों का अधिकार है, दिवाली तभी रौशन होगी जब उन्हें 7% डीए प्राप्त होगा।”

उपनेता प्रतिपक्ष ने क्या कहा? (MP Employees News) 

कटारे ने कहा कि, “छत्तीसगढ़ सरकार ने भी महंगाई भत्ता जारी कर दिया है। फिर एमपी सरकार को 7% डीए जारी करने में क्या परेशानी हो रही है। कहीं ऐसा तो नहीं सरकार महंगाई भत्ता देना ही नहीं चाहती।” उन्होनें आगे कहा, “वेतन कर्मचारियों का अधिकार है, उन्हें जल्दी देकर वाहवाही न लूटें। यह मेरी नहीं बल्कि कर्मचारियों की मांग है। भत्ता जारी करें और कर्मचारियों की दिवाली रौशन करें।

da hike mp

केंद्र कर्मचारियों का डीए 53%, एमपी अभी भी 46% पर (Dearness Allowance)

मध्यप्रदेश में केंद्र के समान महंगाई भत्ता लाने की माँग बढ़ गई है। केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ता बढ़ाकर 53% कर दिया है। वहीं मध्यप्रदेश में अभी भी भत्ता 46% है। ऐसे में राज्य के कर्मचारी महंगाई भत्ते के मामले में 7% पीछे हैं। कर्मचारी संगठन सीएम मोहन यादव से 7% महंगाई भत्ता करने की माँग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर सियासत भी शुरू हो चुकी है। विपक्ष दबाव बढ़ा रहे हैं। यदि सरकार डीए हाइक का ऐलान करती है तो कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि होगी।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News