मुकेश अंबानी के बचपन के साथी आनंद जैन, जिन्हें धीरूभाई अंबानी ‘तीसरा बेटा’ कहते थे, ने रिलायंस की सफलता में बड़ा योगदान दिया। जय कॉर्प लिमिटेड के चेयरमैन आनंद का रियल एस्टेट और फाइनेंस में दमखम है। उनके बेटे हर्ष जैन ने Dream11 की सह-स्थापना की, जो भारत का नंबर वन फैंटसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म है।
अंबानी के सबसे भरोसेमंद दोस्त, ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए रणनीतिक सलाहकार की भूमिका निभाई। उनकी दोस्ती हिल ग्रेंज हाई स्कूल, मुंबई से शुरू हुई। 1981 में मुकेश के स्टैनफोर्ड से लौटने पर आनंद ने दिल्ली का बिजनेस छोड़कर रिलायंस की राह पकड़ी। धीरूभाई की नजदीकी ने उन्हें परिवार का हिस्सा बनाया। 1980 के दशक में उन्होंने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बेयर कार्टेल को तोड़ने में मदद की। जय कॉर्प के जरिए रियल एसटे, स्टील और प्लास्टिक्स में कामयाबी हासिल की।। उनकी कंपनी के 14 शहरों में प्रोजेक्ट्स हैं। उनकी मेहनत ने उन्हें 2007 में फोर्ब्स की 40 सबसे अमीर भारतीयों में जगह दिलाई।
रिलायंस में आनंद जैन का योगदान, मुकेश के साथ गहरी दोस्ती
आनंद जैन ने रिलायंस में 25 साल से ज्यादा समय तक बिना सैलरी लिए काम किया, जो उनकी अंबानी परिवार के प्रति वफादारी को दर्शाता है। रिलायंस इन्फोकॉम के ऑपरेशन्स और रियल एसटे डील्स में उनका दिमाग था। मुंबई और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट के बोर्ड में रहकर उन्होंने इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में योगदान दिया। जय कॉर्प, 1985 में शुरू, स्टील, प्लास्टिक प्रोसेसिंग और यार्न के साथ रियल एसटे में सक्रिय है। 2023 में इसकी रेवेन्यू 600.7 करोड़ रुपये थी। आनंद ने रिलायंस कैपिटल के वाइस-चेयरमैन और इंडियन पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड के बोर्ड मेंबर के तौर पर भी काम किया। उनकी नेट वर्थ 525 मिलियन डॉलर (लगभग 4,351 करोड़ रुपये) है। हालांकि, SEZ और पोर्ट प्रोजेक्ट्स में जमीन अधिग्रहण की चुनौतियां भी झेलीं। उनकी मेहनत और रणनीति ने रिलायंस को नई ऊंचाइयों की।
Dream11 की सफलता और विवाद
आनंद जैन के बेटे हर्ष जैन ने 2008 में Dream11 की सह-स्थापना की, जो 2019 में भारत का पहला फैंटसी स्पॉट्स युनिकॉर्न बना।। Dream11 की वैल्यू 65 है, और इसने रोहित शर्मा जैसे क्रिकेटरों के साथ पार्टनरशिप की।। हर्ष की पत्नी रचना ने मुंबई में 72 करोड़ का डुप्लेक्स बनाया। बनाया। आनंद अपनी पत्नी सुषमा और बच्चों नीहा के साथ सादा जीत। दूसरी ओर, अनिल अंबानी के साथ आनंद के रिश्ते में तनाव रहा।। 2005 में अनिल ने इंडियन पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन से इस्तीफा दे दिया, जिसका कारण आनंद था। हाल में, में, जैन पर 2,434 करोड़ के फाइनेंशियल फ्रॉड के आरोप लगे, जिसकी CBI जांच कर रही है। बॉम्बे ने जनवरी में जांच के आदेश दिए।





