जल्द जारी होंगे 100 और 200 रुपये के नए नोट, RBI ने किया ऐलान, दिखेंगे कई बदलाव, जानें पुराने Notes का क्या होगा?

आरबीआई 100 और 200 रुपये के नए नोट लॉन्च करने वाला है। यह पुराने नोटों के थोड़ा अलग होगा। गवर्नर संजय मल्होत्रा के सिग्नेचर होंगे। आइए जानें नोट खास क्यों होगा?

Manisha Kumari Pandey
Published on -

100 और 200 रुपये के नोटों को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस मूल्यवर्ग के नए नोटों की घोषणा कर दी है। जल्द ही नए 100 और 200 रुपये के नए नोटों की लॉन्चिंग होगी। इस बात की जानकारी केन्द्रीय ने 11 मार्च को दी है। इस संबंध में नोटिस भी जारी किया है।

नए नोट आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर के साथ आएंगे। इन नोटों का डिजाइन महात्मा (नई) शृंखला के 100 रुपये और 200 रुपये के बैंक नोटों के जैसा ही होगा। बता दें कि फरवरी में ही महात्मा गांधी सीरीज के नए 50 रुपये के नोटों की घोषणा की है।

पुराने नोटों का क्या होगा? (Rs 100 and 200 New Notes)

नए नोट जारी होने के बाद भी 100 और 200 रुपये के पुराने नोट वैध रहेंगे। लेनदेन के लिए इसका प्रचलन होता रहेगा। इस बात की पुष्टि आरबीआई ने खुद की है। आमजन को चिंता करने की जरूरत नहीं है। वे पहले ही तरह इसका इस मूल्यवर्ग के करेंसी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आरबीआई ने क्यों लॉन्च किए गए नोट?

बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अक्सर नए गवर्नर के नाम पर नए नोटों को पेश करता है। दिसंबर 2024 में संजय मल्होत्रा ने शक्तिकान्त दास के स्थान पर आरबीआई गवर्नर का प्रभार ग्रहण किया है। जिसके बाद 50 रुपये, 100 रूपये और 200 रुपये के नए नोट लॉन्च करने का ऐलान आरबीआई ने किया है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News