मई का महीना खत्म होने में बस 3 दिन ही बाकी हैं। जून की शुरुआत के साथ-साथ कई बड़े बदलाव भी होने वाले हैं। बैंकिंग, ईपीएफओ, जीएसटी समेत कई नए वित्तीय नियम लागू होने वाले हैं। इन बदलावों का सीधा असर आमजन के पॉकेट पर पड़ेगा। कुछ नियमों से लाभ तो से नुकसान भी हो सकता है। नए नियमों (New Rules) की जानकारी आमजन को होनी चाहिए। ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो।
हर महीने की पहली तारीख को ऑयल मार्केटिंग कंपनियां एलपीजी गैस सिलेंडर के कीमतों में बदलाव करती हैं। जून में भी सिलेंडर के कीमतों में बदलाव हो सकता है। रसोई घर के दाम में गिरावट या इजाफा देखने को मिल सकता है। पिछले महीने रसोई गैस सिलेंडर के रेट में कटौती हुई थी। जून में बैंकिंग से जुड़े 3 नए नियम लागू होंगे

बैंकिंग से जुड़े नए नियम
- सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक ने एफडी के ब्याज दरों में बदलाव का ऐलान किया है। दरों में कटौती हुई है। नए रेट 1 जून 2025 से लागू होंगे। सामान्य नागरिकों को 4% से लेकर 8% तक रिटर्न मिलेगा। अन्य कई बैंक भी इस लिस्ट में शामिल हो सकते हैं।
- कई बैंक क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों में बदलाव करने वाले हैं। कार्डधारकों को ऑटो-डेबिट फेल होने पर 2% तक पेनल्टी देनी पड़ सकती है। माइलस्टोन और रिवार्ड्स से जुड़े बदलाव भी होने वाले हैं।
- अगले महीने से एटीएम से पैसा निकालना भी महंगा पड़ेगा। शुल्क में वृद्धि होने वाली है। लिमिट-फ्री लेनदेन के बाद हर ट्रांजैक्शन पर ज्यादा पैसे कटेंगे। संबंधित बैंक के नए चार्जेस जरूर जान लें।
जीएसटी से जुड़ा नया रूल्स
इनवॉयस नंबर अब केस-इंसेंसिटिव नहीं रहेंगे। जीएसटीएन की नए नियम का ऐलान किया है, जो 1 जून 2025 से प्रभावी होंगे। मतलब अब अपरकेस या लोवरकेस में कोई फर्क नहीं होगा। इनयॉयस नंबर ऑटोमैटिक अपरकेस यानि बड़े अक्षरों में बदल जाएंगे। यह कदम डुप्लिकेट इनवॉयस नंबर जनरेट होने से संबंधित परेशानी को खत्म करने के लिए उठाया गया है।
ईपीएफओ के नए नियम
केंद्र सरकार 1 जून को ईपीएफओ 3.0 लॉन्च कर सकती है। इससे पीएफ से जुड़े कई बदलाव होंगे। पैसे निकालना, क्लेम करना और जानकारी अपडेट करना पहले से आसान हो जाएगा। एटीएम से भी पेंशनर्स पैसे विथ्ड्रॉ कर पाएंगे।