Pension Plan: रिटायरमेंट के बाद लोगों को आर्थिक खर्चों के चिंता सताने लगती है। जिसके लिए वे पहले से प्लानिंग शुरू कर देते हैं। सरकारी नौकरी की तरह प्राइवेट जॉब और व्यापारियों को पेंशन का लाभ नहीं मिल पाता। वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा संचालित की जा रही है। एलआईसी भी अपने ग्राहकों के लिए कई पेंशन प्लान चला रही है। जिसमें से एक न्यू जीवन शांति स्कीम (New Jeevan Shanti Scheme) या प्लान नंबर 858 है।
प्लान में मिलते ये विकल्प
इस प्लान के तहत रिटायरमेंट के बाद पॉलिसीधारक को पेंशन प्रदान किया जाता है। हालांकि ग्राहकों को रिटायरमेंट के पहले ही निवेश करना पड़ता है। जीवन शांति स्कीम एक सिंगल प्रीमियम डेफर्ड एन्युटि प्लान है। जिसमें एक साथ निवेश करने पर जीवन भर मासिक पेंशन का लाभ मिलता है। पॉलिसीधारक मासिक, अर्धवार्षिक, छमाही भुगतान का तरीका चुन सकते हैं। पॉलिसी में दो ऑप्शन प्रदान किए जाते हैं। पहले विकल्प में यदि किसी पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तो उसके खाते में जमा राशि का हकदार नॉमिनी होता है। वहीं दूसरे प्लान जॉइंट लाइफ का विकल्प दिया जाता है, जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो दूसरे व्यक्ति को पेंशन मिलता है।
ये है कैलकुलेशन
निवेश और पेंशन शुरू होने के बीच की अवधि जितनी अधिक होती है, उतनी ही ज्यादा पेंशन मिलती है। पेंशन के लिए भी पॉलिसीधारक छमाही, मासिक, तिमाही और सलाना का विकल्प चुन सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति 45 साल की उम्र में 10 लाख रुपये पॉलिसी लेता है। 12 साल बाद पेंशन शुरू करता है तो से छमाही पेंशन के रूप में 59,143 रुपये, तिमाही पेंशन के ऑप्शन में 29, 270 रुपये और मासिक पेंशन के ऑप्शन में 9, 656 रुपये की पेंशन मिलती है। इस स्कीम में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं होती। पॉलिसी होल्डर कम से कम 1.5 लाख रुपए का निवेश कर सकता है, जिसके बाद निवेशक को 1000 रुपये मासिक पेंशन का लाभ मिलता है।
स्कीम के तहत मिलती है ये सुविधाएं
30 साल से 79 साल का व्यक्ति प्लान खरीद सकता है। पॉलिसी खरीदने के बाद पसंद न आने पर इसे सरेंडर करने का विकल्प भी दिया जाता है। पॉलिसी पर लोन की सुविधा भी उपलब्ध होती है।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News किसी भी योजना में निवेश की सलाह नहीं देता।)