आरबीआई ने 7 बैंकों पर कसा शिकंजा, ठोका भारी-भरकम जुर्माना, ये है वजह, पढ़ें पूरी खबर

Manisha Kumari Pandey
Published on -
rbi action

RBI Action: रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया नियमों का उल्लंघन करने पर बैंकों के खिलाफ सख्त एक्शन लेता रहता है। इस महीने ही आरबीआई कई बड़े बैंकों के खिलाफ भी कार्रवाई कर चुका है। अब केंद्रीय बैंक ने सात बैंकों पर जुर्माना लगाया है। इस लिस्ट में बिहार, उड़ीसा और गुजरात के बैंक शामिल है। इसके अलावा ऑथराइज्ड डीलर बैंक- अमेरिका बैंक ऑफ़ N.A और ऑथराइज्ड डीलर बैंक- एचडीएफसी बैंक लिमिटेड पर भी एक्शन लिया गया है।

गुजरात के तीन बैंकों पर लगा जुर्माना

  • गुजरात के तीन बैंकों पर आरबीआई ने कार्रवाई की है। ध्रांगध्रा पीपुल्स को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (ध्रांगध्रा , सुरेंद्रनगर ) पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। यह इस बैंक ने अंतर बैंक प्रतिपक्ष जोखिम सीमा का उल्लंघन किया है।
  • लोन और एडवांस से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने पर आरबीआई ने पाटन नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड (पाटन) पर 1.5 लाख रुपए का जुर्माना ठोका है। इस बैंक द्वारा ऐसे लोन को स्वीकृति दी गई, जिसमें निदेशक का एक का रिश्तेदार गारंटी के रूप में खड़ा था। इसके अलावा बैंक ने विवेकपूर्ण अंतर बैंक प्रतिपक्ष जोखिम सीमा का उल्लंघन भी किया।
  • अहमदाबाद में स्थित मंडल नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड पर केंद्रीय बैंक ने 1.5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इस बैंक भी ऐसे लोन को स्वीकृति दी है, जहां निदेशक का कोई रिश्तेदार गारंटी के रूप में खड़ा है। साथ ही सहकारी बैंक लागू दर पर ब्याज का भुगतान करने में असमर्थ रहा।

इन दो सहकारी बैंकों पर भी लगा जुर्माना

द पाटलिपुत्र सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (बिहार) पर डेढ़ लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यह बैंक जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकता निधि योजना 2014 से संबंधित दिशानिर्देश का पालन करने में विफल रहा। इसके अलावा बैंक ने केवाईसी से संबंधित केवाईसी से संबंधित नियमों का उल्लंघन भी किया। द बालासोर भद्रक सेंट्रल को-ऑपरेटिव (बलासोर, उड़ीसा) पर 50000 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इस बैंक द्वारा “क्रेडिट सूचना कंपनियों की सदस्यता” पर जारी किए गए निर्देशों का अनुपालन नहीं किया गया।।

दो ऑथराइज्ड डीलर बैंक के खिलाफ आरबीआई का एक्शन

ऑथराइज्ड डीलर बैंक- अमेरिका बैंक ऑफ़ N.A पर फेम 1999 की धारा 11 (3) के प्रावधानों के तहत 10000 रुपए का जुर्माना लगाया है। यह बैंक फेमस 1999 के उदारीकृति उदारीकृति प्रेषण योजना के तहत रिपोर्टिंग आवश्यकताओं पर भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों का अनुपालन करने में विफल रहा। वहीं ऑथराइज्ड डीलर बैंक- एचडीएफसी बैंक लिमिटेड पर 10000 की पेनल्टी ठोंकी गई है। यह बैंक के निवासियों से जमा स्वीकार करने पर आरबीआई द्वारा जारी किए गए निर्देशों का अनुपालन करने में विफल रहा।

ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा असर

रिजर्व बैंक ने यह स्पष्ट कर दिया है कि  बैंकों के खिलाफ यह कार्रवाई उनके खामियों को देखते हुए की गई है। इसका असर ग्राहकों और बैंकों के बीच हो रहे लेनदेन पर नहीं पड़ेगा।

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News