Sat, Dec 27, 2025

RBI का आम लोगों बड़ा तोहफा! रेपो रेट में फिर की गई 0.25% की कटौती, लोन का बोझ होगा कम

Written by:Rishabh Namdev
Published:
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती का निर्णय लिया गया है। अब इस फैसले के चलते लोगों के होम और कार लोन की ईएमआई में भी कमी आएगी। आरबीआई की ओर से लोगों को बड़ी राहत दी गई है। जानिए इस फैसले को लेकर आरबीआई ने क्या कहा।
RBI का आम लोगों बड़ा तोहफा! रेपो रेट में फिर की गई 0.25% की कटौती, लोन का बोझ होगा कम

भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से आम जन को बड़ी राहत दी गई है। दरअसल, आरबीआई ने बड़ा निर्णय लेते हुए रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती करने का फैसला किया है। अब रेपो रेट घटकर 6.0% पर आ गई है। आरबीआई के इस बड़े निर्णय से बैंक लोन की ईएमआई पर सीधा असर पड़ने वाला है। इसे लेकर आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने जानकारी दी है कि मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने रेपो रेट कम करने पर एकमत सहमति बनाई है।

दरअसल, रेपो रेट को परचेज़र एग्रीमेंट रेट भी कहा जाता है। इसका मतलब है कि आरबीआई यानी भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से कमर्शियल बैंकों को उधार पैसा दिया जाता है। अगर आरबीआई रेपो रेट सस्ता करता है, तो इसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को मिलता है।

होम और कार लोन की ईएमआई में भी कमी आएगी

जानकारी दे दें कि आरबीआई की ओर से यह बड़ा फैसला बुधवार की सुबह लिया गया। दरअसल, एमपीसी की बैठक 7 से 9 अप्रैल तक चली थी, जिसके बाद बुधवार को इस बैठक के निर्णय को जारी किया गया। अब इस निर्णय के बाद लोगों के होम और कार लोन की ईएमआई में भी कमी आएगी। यह दूसरी बार है जब आरबीआई की ओर से रेपो रेट में कटौती करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, इसका अंदाजा पहले से एक्सपर्ट्स द्वारा लगाया जा रहा था। बीते फरवरी की बात करें, तो आरबीआई की ओर से रेपो रेट में 0.25% की कटौती का ऐलान किया गया था, जिससे रेपो रेट घटकर 6.50% से 6.25% हो गई थी।

आरबीआई ने 0.25% कटौती का ऐलान किया

वहीं, अब आरबीआई ने 0.25% कटौती का ऐलान किया है, जिससे अब रेपो रेट 6.0% पर आ गई है। जबकि दूसरी ओर, 2023 के जून से रेपो रेट में बड़ी बढ़त देखने को मिली थी। रेपो रेट जून तक 6.50% तक पहुंच गई थी। पिछले 5 सालों में रेपो रेट में कई बदलाव देखने को मिले हैं। हालांकि, बैंकों में जमा दरों में अभी बदलाव की संभावना कम दिखाई दे रही है। बैंकों की ओर से होम लोन, कार लोन और अन्य लोन में राहत दी जा सकती है, हालांकि जमाकर्ताओं को अभी इसका फायदा मिलने की उम्मीद कम है।

इस दौरान आरबीआई का फोकस ग्रोथ को बूस्ट करने पर है। आरबीआई का महंगाई को कंट्रोल करने का टारगेट 2% से 6% के बीच रहता है। इस समय आरबीआई की कोशिश स्टार्टअप्स और आम जनता को राहत देने पर है।