RBI Action: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) ने मंगलवार को 2 बैंक और 3 फाइनेंस कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। करोड़ों का जुर्माना (Monetary Penalty) लगाया है। इस लिस्ट में पब्लिक सेक्टर का यूनियन बैंक ऑफ इंडिया भी शामिल है। इसके अलावा मुथूट हाउसिंग फाइनेंस कंपनी लिमिटेड, अशोक विनियोग लिमिटेड, निडो होम फाइनेंस लिमिटेड और सीएसबी बैंक लिमिटेड पर भी आरबीआई का डंडा चला है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
Union Bank Of India पर केन्द्रीय बैंक ने 1 करोड़ 6 लाख और 40 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। इस बैंक ने सीआरआईएलसी रिपोर्टिंग में डेटा की सटीकता और अखंडा सुनिश्चित करने में विफल रहा है। इसके अलावा कुछ ग्राहकों का जोखिम वर्गीकरण करने में विफल रहा।
सीएसबी बैंक लिमिटेड (CSB Bank Limited)
सीएसबी बैंक लिमिटेड पर आरबीआई ने 1 करोड़ 86 लाख और 80 हजार रुपये की पेनल्टी ठोकी है। बैंक ने गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों की वसूली को प्रोत्साहित करने की योजना के तहत अपने कुछ कर्मचारियों को कमीशन के रूप में पारिश्रमिक का भुगतान किया है। सेवा प्रदाताओं की समाप्ति के बारे में आईबीए को सूचित करने में विफल रहा। कुछ व्यवसाय संवाददाताओं को कमीशन/शुल्क का भुगतब किया, जिसमें कोई परिवर्तनीय घटक नहीं था।
मुथूट हाउसिंग फाइनेंस कंपनी लिमिटेड
मुथूट हाउसिंग फाइनेंस कंपनी लिमिटेड पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। कंपनी प्रबंधन में बदलाव के लिए आरबीआई की पूर्व लिखित अनुमति लेने में विफल रही। जिसके कारक स्वतंत्र निदेशकों को छोड़कर उसके 30% से अधिक निदेशक बदल गए।
अशोक विनियोग लिमिटेड
अशोक विनियोग लिमिटेड पर आरबीआई ने 3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह कंपनी भी लिखित अनुमति लेने में विफल रही। जिसके कारक स्वतंत्र निदेशकों को छोड़कर उसके 30% से अधिक निदेशक बदल गए।
निडो होम फाइनेंस लिमिटेड
निडो होम फाइनेंस लिमिटेड पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 5 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई है। कंपनी उधारकर्ताओं के साथ लोन समझौतों में सह-उधर देने वाले बैंक की भूमिकाएं और जिम्मेदारियाँ स्पष्ट रूप से शामिल थी। इसके अलावा व्यवस्था के सभी विवरण ग्राहकों को पहले ही बता दिए गए थे और उनकी स्पष्ट सहमति ली गई थी।