इन दिनों सोशल मीडिया पर 500 रुपये के नोट बंद होने की धड़ल्ले के वायरल हो रही है। जिसे लेकर नागरिकों को चिंता हो रही है। उन्हें समझ नहीं आ रहा क्या करें और नहीं। इस मामले को लेकर सरकार ने अलर्ट जारी किया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी 500 रुपये मूल्यवर्ग के करेंसी नोटों के बैन होने की कोई घोषणा नहीं की है। ये नोट अभी भी चालू रहेंगे। लेनदेन के लिए इनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
पीआईबी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया है। जिसमें मार्च 2026 से 500 रुपये के नोट बंद होने (500 Rupee Notes Update)वाली खबरों को झूठा और भ्रामक बताया है। ये नोट सर्कुलेशन से बाहर नहीं होंगे। आरबीआई ने कोई अनाउन्समेंट भी नहीं की है। ये नोट लीगल टेंडर में बने रहेंगे। इसके अलावा नागरिकों को ऐसी झूठी खबरों पर भरोसा न करने की सलाह दी है। हमेशा सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक स्त्रोतों पर विश्वास करें या शेयर करें।

इस राज्य के सीएम से की थी 500 रुपये के नोट बंद करने की अपील
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2000 रुपये और 500 रुपये के नोट पूरी तरह से बंद करने की अपील की थी। उन्होनें टीडीपी की वार्षिक महानाडु सभा के दौरान उन्होनें बयान दिया था कि बड़े नोटों की उपलब्धता ही काले धन को जन्म देती है। इसलिए इन्हें बंद देना चाहिए। उन्होनें यह तर्क दिया की यदि सरकार ऐसा करती है तो राजनीति में पारदर्शिता आएगी। साथ ही डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि इस मामले में केंद्र सरकार की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है।
2000 रुपये के करोड़ों नोट मार्केट में मौजूद
2 जून को आरबीआई ने 2000 रुपये के नोटों को लेकर नए आंकड़े जारी किए हैं। बता दें ये 2023 में ही नोट बंद हो चुके हैं। लेकिन इन्हें अभी भी लीगल टेंडर में रखा गया है। वापसी करने की सुविधा आरबीआई के इश्यू ऑफिस में उपलब्ध है। नागरिक डाक के जरिए भी इन्हें वापस कर सकते हैं। नए आंकड़ों के मुताबिक 31 मई 2025 तक 2000 रुपये के 98.26% नोट वापस आए हैं। मार्केट में सभी भी 6,181 करोड़ राशि सर्कुलेट हो रही है। जिसके वापसी का इंतजार केन्द्रीय बैंक को है।