लोन माफी से जुड़े विज्ञापनों को लेकर आरबीआई ने दी चेतावनी, कहा- झूठे और भ्रामक अभियानों का न बनें शिकार, पढ़ें पूरी खबर

Manisha Kumari Pandey
Published on -
RBI alert for loan waiver campaign

Loan Waiver Campaign Alert:  सोशल मीडिया और प्रिन्ट मीडिया पर इन दिनों “लोन माफी” से संबंधित विज्ञापन विज्ञापन वायरल हो रहे हैं। जिसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने फेक बताया है। आरबीआई के मुताबिक इन भ्रामक विज्ञापनों के जरिए उधारकर्ताओं को लुभाया जा रहा है। “लोन माफी प्रमाण पत्र” के नाम पर सेवा शुल्क भी वसूला जा रहा है। इस मामलों को देखते हुए केन्द्रीय बैंक ने सोमवार को अलर्ट जारी किया है।

RBI ने क्या कहा?

आरबीआई ने ऋण माफी पर अनधिकृत अभियानों को लेकर कहा, “कुछ स्थानों पर, कुछ व्यक्तियों द्वारा ऐसे अभियान चलाए जा रहे हैं, जो बैंकों से ली जाने वाली प्रतिभूतियों पर अपने अधिकारों को लागू करने के बैंकों के प्रयासों को कमजोर करते हैं। ऐसी संस्थाएं गलतबयानी कर रही हैं की बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाओं का बकाया चुकाने की जरूरत नहीं है।” केन्द्रीय बैंक के अनुसार यह अभियान न सिर्फ वित्तीय संस्थानों के स्थिरता को प्रभावित करता है। बल्कि साथ जमाकर्ताओं के लिए नुकसानदायक है। इससे वित्तीय नुकसान भी हो सकता है।

क्या करें जनता?

आरबीआई ने नागरिकों को ऐसे झूठे और भ्रामक विज्ञापनों से सावधान रहने की सलाह दी है। केन्द्रीय बैंक ने कहा, “ऐसे झूठे और भ्रामक विज्ञापनों का शिकार न बनें।” ऐसे एजेंसियों का पता चलते ही इस संबंध में रिपोर्ट करने की सलाह केंद्रीय बैंक ने दी है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News