RBI की बड़ी कार्रवाई, इन 4 फाइनेंस कंपनियों का लाइसेंस रद्द, दो को मिली राहत, हटा प्रतिबंध, पढ़ें पूरी खबर 

आरबीआई ने दो कंपनियों पर से प्रतिबंध हटाया है। वहीं 4 कंपनियों का लाइसेंस रद्द कर दिया है। आइए जानें रिजर्व बैंक ने यह कदम क्यों उठाया?

Manisha Kumari Pandey
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RBI Action: साल की आखिरी महीने में भारतीय रिजर्व बैंक कई बैंकों और फाइनेंस कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की है। अब आरबीआई ने चार एनबीएफसी का सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन यानी लाइसेंस रद्द कर दिया है। अब इन्हें कारोबार करने की अनुमति नहीं है। इस जानकारी रिजर्व बैंक 18 दिसंबर को प्रेस विज्ञप्ति के जरिए दी है।

तमिलनाडु में स्थित दो एनबीएफसी का सीओआर रद्द कर दिया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ की एक-एक एनबीएफसी पर आरबीआई का डंडा चला है। इसके अलावा आरबीआई ने दो कंपनियों को राहत भी दी है। ईसीएल फाइनेंस लिमिटेड और एडलवाइस रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड पर से प्रतिबंध हटा दिए हैं।

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इन कंपनियों का लाइसेंस रद्द (NBFCs COR Cancelled)

छत्तीसगढ़ रायपुर में स्थित मारवाह फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद कौशांबी में स्थित राम एलॉय कास्टिंग प्राइवेट लिमिटेड का लाइसेंस आरबीआई ने लाइसेंस भी रद्द कर दिया है। वहीं तमिलनाडु के चेन्नई में स्थित  हैरिंगटन रोड चेकपेट में स्थित पीवीसी कैपिटल लिमिटेड और कांचीपुरम में स्थित रेनबो फाइनेंस इंडिया लिमिटेड का सीओ आर भी रद्द कर दिया गया है।

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 आरबीआई ने इन दो कंपनियों पर लगाया था प्रतिबंध (Reserve Bank Of India)

ईसीएल फाइनेंस लिमिटेड को अपने सामान्य व्यवसाय के दौरान पुनर्भुगतान  या खातों को बंद करने के अलावा अपने थोक जोखिमों के संबंध में कोई भी संरचित लेनदेन से रोकने का निर्देश दिया गया था अब इस प्रतिबंध को हटा दिया गया है। एडलवाइस रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड को सुरक्षा रसीदों सहित वित्तीय परिसंपत्तियों के अधिकरण से रोकने और मौजूदा एसआर को वरिष्ठ और अधीनस्थ किस्तों में  पुनर्गठित करने का निर्देश दिया था। कंपनियों ने पर्यवक्षी चिताओं को दूर करने के लिए उपायों पर आरबीआई से चर्चा की। आरबीआई दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता के आधार पर खुद को संतुष्ट पाया और तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधों को हटाने का फैसला लिया।


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