रिलायंस इंडस्ट्रीज के सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कर्मचारी हैं निखिल मेसवानी और हितल मेसवानी, जो मुकेश अंबानी के भतीजे हैं। 2022-23 के रिलायंस एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों की सैलरी 25 करोड़ रुपये थी, जिसमें 17.28 करोड़ रुपये कमीशन शामिल है। ये राशि मुकेश अंबानी की 15 करोड़ रुपये की सैलरी और ईशा अंबानी की अनुमानित 4.2 करोड़ रुपये की आय से कहीं ज्यादा है।
दोनों भाई कंपनी के पेट्रोकेमिकल और रिफाइनिंग बिजनेस को लीड करते हैं। निखिल और हितल, रिलायंस के फाउंडर डायरेक्टर रसिकलाल मेसवानी के बेटे हैं, जिनकी मां त्रिलोचना बेन धीरूभाई अंबानी की बड़ी बहन थीं। मुकेश अंबानी ने 2008-09 से अपनी सैलरी 15 करोड़ रुपये पर स्थिर रखी है और 2020-22 के दौरान कोविड-19 महामारी में कोई सैलरी नहीं ली। दूसरी ओर, ईशा अंबानी, जो रिलायंस रिटेल और जियो की नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं, की आय मुख्य रूप से डिविडेंड और एसेट्स से आती है। उनकी सैलरी की तुलना में निखिल और हितल की कमाई रिलायंस के प्रॉफिट से जुड़ी है। रिलायंस की 2024-25 में 100 अरब डॉलर से ज्यादा की आय ने इन भाइयों की सैलरी को और बढ़ाया।
निखिल और हितल रिलायंस के असली हीरो
निखिल मेसवानी और हितल मेसवानी रिलायंस के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स हैं। निखिल ने पेट्रोकेमिकल डिवीजन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, जबकि हितल रिफाइनिंग और मार्केटिंग में अहम भूमिका निभाते हैं। 2022-23 में उनकी 25 करोड़ रुपये की सैलरी में 6.72 करोड़ रुपये बेसिक सैलरी और बाकी कमीशन था। ये राशि रिलायंस की ग्रोथ से जुड़ी है, जो जामनगर में दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी चलाती है। दोनों भाई मुकेश अंबानी के भतीजे हैं, और उनके पिता रसिकलाल ने कंपनी की नींव में योगदान दिया।
सैलरी का गणित, मुकेश और ईशा से कैसे आगे
मुकेश अंबानी की सैलरी 15 करोड़ रुपये सालाना है, जो उन्होंने 2008 से नहीं बढ़ाई। कोविड के दौरान उन्होंने पूरी सैलरी छोड़ दी थी। ईशा अंबानी की सैलरी का सटीक आंकड़ा सार्वजनिक नहीं है, लेकिन उनकी आय 4.2 करोड़ रुपये सालाना और 800 करोड़ रुपये की संपत्ति से अनुमानित है। निखिल और हितल की सैलरी रिलायंस के प्रॉफिट-लिंक्ड कमीशन से बढ़ती है। 2023-24 में रिलायंस ने 3,322.7 करोड़ रुपये का डिविडेंड दिया, लेकिन मेसवानी भाइयों की सैलरी डायरेक्ट प्रॉफिट शेयरिंग से आती है। उनकी कमाई का ये मॉडल उन्हें टॉप एग्जीक्यूटिव्स में लाता है।





