इंडइंड बैंक देश के प्रमुख प्राइवेट सेक्टर बैंकों में से एक है। यह 3 हजार से अधिक शाखाओं और एटीएम का संचालन करता है। यदि आपका अकाउंट इसमें है, तो आपके लिए बड़ी अपडेट सामने आई है। सेविंग्स और करंट अकाउंट से जुड़े नियमों (Savings Account Rules) में बदलाव हुआ है। 1 जनवरी से कई सेवाएं महंगी हो सकती हैं। हालांकि कुछ सर्विस पर राहत भी मिलेगी। इस लिस्ट में इनवार्ड चेक रिटर्न, आरटीजीएस और एनईएफटी इत्यादि शामिल हैं।
जनवरी 2026 के पहले तारीख से क्वार्टरली इनएक्टिव चार्ज को हटाने का फैसला बैंक ने लिया है। वर्तमान में यह चार्ज 200 प्रति क्वार्टर है, जो सभी प्रकार के सेविंग अकाउंट पर लागू होता है। इसके अलावा चेक रिटर्न के चार्ज में बढ़ोत्तरी की गई है। बैंक ने ईसीएस रिटर्न शुल्क में भी बदलाव किया है। इसे 450 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है।
चेक से जुड़े नियम
पहले जहां इनवार्ड चेक रिटर्न के लिए 450 रुपये शुल्क लगता था। 500 शुल्क का भुगतान करना होगा। हालांकि यह नियम इंड केयर और इंडस ग्रेड केयर सेविंग अकाउंट पर नहीं पड़ेगा। इंडस केयर और सिंधु ग्रैंड केयर सेविंग अकाउंट्स वेरिएंट के लिए पहले जहां 450 रुपये शुल्क लगता था। अब केवल 200 रुपये शुल्क का भुगतान करना होगा। आउटवार्ड चेक रिटर्न शुल्क की बात कर तो इसे बड़ा बढ़ाकर 200 करने का फैसला बैंक ने लिया है। पहले यह चार्ज केवल रुपये 100 ही थे।
RTGS और NEFT से जुड़े शुल्क में बदलाव
आईबीएल ब्रांच के जरिए आरटीजीएस या एनईएफटी शुल्क में भी बदलाव किया गया है। बैंक शाखों के जरिए 2 लाख से लेकर 5 लाख रुपये तक के ट्रांजेक्शन पर 20 रुपये चार्ज देना होगा। 5 लाख रुपये से अधिक के ट्रांजेक्शन के लिए शुल्क 45 रुपये है। 50,000 रुपये तक की राशि के लिए कोई एनईएफटी शुल्क नहीं लगेगा।
50 हजार रुपये से अधिक और एक लाख रुपये तक के ट्रांजेक्शन पर 4 रुपये, एक लाख से लेकर 2 लाख रुपये तक के लेनदेन पर 14 रुपये और 2 लाख से अधिक के लेनदेन पर 24 रुपये शुल्क का भुगतान करना होगा। पहले बैंक इन दोनों ही माध्यम के जरिए ट्रांजेक्शन करने पर कोई शुल्क नहीं लेता था। हालांकि यह बदलाव इन इंडस सिलेक्ट, इंडस एक्सक्लूसिव, इंडस केयर, इंडस ग्रैंड करे और इंडसग्रैंड सेविंग अकाउंट पर नहीं पड़ेगा।
करंट अकाउंट से जुड़े नियम
वित्तीय कारणों के लिए चेक रिटर्न इनवार्ड शुल्क 500 रुपये प्रति इंस्ट्रूमेंट होगा। ब्रांच लोकेशन पर चेक आउटवार्ड क्लीयरिंग के लिए चेक रिटर्न शुल्क को 100 रुपये प्रति चेक कर दिया गया है। जबकि एनएसीएच/ईसीएस चार्ज को 500 रुपये प्रति इंस्ट्रूमेंट करने का फैसला लिया गया है। अब करंट अकाउंट चेक बुक्स में 25 चेक लिप्स होंगे। हालांकि अभी भी मंथली फ्री चेक लीव लिमिट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।





