आरबीआई ने 5 साल बाद रेपो रेट में कटौती की है। जिसके बाद कई बैंकों ने लोन लेने वाले ग्राहकों (Loan Borrowers) को राहत दी है। लोन के ब्याज दरों में कटौती की है। अब इस लिस्ट में देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भी शामिल हो चुका है। एसबीआई में एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ट लेंडिंग रेट (EBLR) और रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में कटौती की है।
एसबीआई ने एमसीएलआर, बेस रेट और बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। लोन के लिए संशोधित ब्याज दरें 15 फरवरी 2025 से प्रभावी हैं। वर्तमान में एमसीएलआर 8.20% से लेकर 9.10% है।

नए ईबीएलआर और आरआरएलआर दरें
एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड लेंडिंग रेट को 9.15% से घटाके 8.90 +सीआरपी_ बीएसपी कर दिया है। वहीं आरएलएलआर में 0.25% की कमी आई है। इसे 8. 75% से घटाकर 8.50%+सीआरपी कर दिया गया है।
ग्राहकों को मिलेगी राहत
ईबीएलआर और आरएलएलआर के आधार पर बैंक लोन की ब्याज दर को निर्धारित करते हैं। इसमें कटौती के बाद होम लोन, पर्सनल लोन और अन्य रिटेल लोन सस्ता हो सकता है। ईएमआई का बोझ भी घट सकता है। इससे पहले पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ़ बड़ोदा, बीओआई, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया और केनरा बैंक भी रेपो लिंक्स रेट लेंडिंग रेट 0.25 प्रतिशत की कटौती कर चुके हैं। वहीं एचडीएफसी बैंक एमसीएलआर दरें बढ़ा चुका है।
कितना है एमसीएलआर दरें?
- ओवरनाइट- 8.20%
- 1 महीने- 8.20%
- 3 महीने-8.55%
- 6 महीने- 8.90%
- एक साल-9%
- 2 साल- 9.05%
- 3 साल- 9.10%