सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में हल्की गिरावट देखने को मिली। सुबह 9:21 बजे BSE सेंसेक्स 109 अंक टूटकर 83,602 पर और NSE निफ्टी 22 अंक फिसलकर 25,499 पर कारोबार कर रहा था। दरअसल खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स लगभग 150 अंकों की गिरावट के साथ 83,550 के आसपास बना हुआ था, जबकि निफ्टी भी 30 अंक नीचे 25,500 पर ट्रेड कर रहा था। शुरुआती सत्र में HCL टेक, टाटा स्टील, एलएंडटी जैसे दिग्गज शेयर टॉप लूजर बने तो दूसरी ओर HUL, एशियन पेंट्स और मारुति में हल्की खरीदारी देखी गई।
दरअसल शेयर बाजार में गिरावट का सबसे बड़ा कारण IT, बैंकिंग और रियल्टी सेक्टर में भारी बिकवाली रहा है। NSE के IT, फाइनेंशियल सर्विसेज और रियल्टी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए है। वहीं ICICI बैंक, एचडीएफसी लाइफ और टाटा स्टील जैसे शेयरों में गिरावट दिखी, जिससे इंडेक्स दबाव में रहा है।
FMCG और मीडिया सेक्टर में हल्की तेजी
हालांकि फार्मा, FMCG और मीडिया सेक्टर में हल्की तेजी रही है। दरअसल सिप्ला, डिविस लैब्स, ITC और श्रीराम फाइनेंस जैसे शेयरों में खरीदारी बनी रही है। BSE मिडकैप इंडेक्स लगभग स्थिर रहा, लेकिन स्मॉलकैप इंडेक्स में करीब 0.4% की तेजी देखी गई है, जिससे छोटे निवेशकों को राहत मिली है। वहीं ग्लोबल बाजारों से भी भारतीय शेयर बाजार को कोई मजबूत संकेत नहीं मिले है। अमेरिका में 8 जुलाई को Dow Jones 0.37% गिरकर 44,241 पर बंद हुआ, जबकि S&P 500 भी हल्की गिरावट के साथ 6,226 पर बंद हुआ। वहीं Nasdaq में मामूली तेजी रही और यह 20,418 पर बंद हुआ है।
एशियाई बाजारों में भी मिला-जुला कारोबार
दरअसल एशियाई बाजारों में भी मिला-जुला रुख देखने को मिला है। जापान का निक्केई और कोरिया का कोस्पी हल्की तेजी के साथ ट्रेड कर रहे हैं, लेकिन हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स करीब 0.74% गिर गया। ग्लोबल अनिश्चितताओं और अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी को देखते हुए बाजारों में सतर्कता बनी हुई है। 8 जुलाई को विदेशी निवेशकों (FIIs) ने ₹26 करोड़ के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने ₹1,367 करोड़ की खरीदारी की। जून में FII की नेट खरीदारी ₹7,489 करोड़ रही थी, जबकि DII ने ₹72,674 करोड़ के शेयर खरीदे है।





