क्या आपने भी एक स्टॉक ब्रोकर बनने का सपना देखा है या आप एक करियर के तौर पर स्टॉक ब्रोकर को चुन रहे हैं, लेकिन आपको यह समझ नहीं आ रहा है कि इसके लिए कौन-सा कोर्स किया जाए, किस तरह की पढ़ाई की जाए? तो चलिए, आज हम आपको इसकी जानकारी दे रहे हैं। दरअसल, स्टॉक ब्रोकर के लिए बैंकिंग और फाइनेंस में डिप्लोमा जैसे प्रोफेशनल कोर्स जरूरी होते हैं। अगर आप शेयर मार्केट में एंटर होना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए पूरा नॉलेज रखना होगा। शेयर मार्केट दिमाग को बेहद तेज़ गति से चलने पर मजबूर कर देता है।
अक्सर लोग 12वीं में कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद शेयर मार्केट की दुनिया की ओर आगे बढ़ते हैं। पिछले कुछ समय में स्टॉक ब्रोकर एक शानदार करियर के रूप में भी उभरा है। डिजिटल युग में फाइनेंस और शेयर मार्केट में करियर को लेकर कई सारे ऑप्शन खुल चुके हैं।
आख़िर स्टॉक ब्रोकर करते क्या हैं?
सबसे पहले यहाँ समझना ज़रूरी है कि स्टॉक ब्रोकर का काम क्या होता है। दरअसल, एक स्टॉक ब्रोकर शेयर बाज़ार में निवेश और निवेशकों के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। बिना स्टॉक ब्रोकर के निवेशक सीधे शेयर बाज़ार में लेन-देन की प्रक्रिया नहीं कर सकते, क्योंकि एक स्टॉक ब्रोकर ही निवेशक का डिमैट अकाउंट ओपन करता है और उसमें ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के बाद रोज़मर्रा के ट्रेड को संभालता है। इतना ही नहीं, स्टॉक ब्रोकर का काम अपने ग्राहकों को यह समझाना भी होता है कि शेयर बाज़ार में कब, क्यों और कितना निवेश किया जाना चाहिए। मार्केट में जो उतार-चढ़ाव हो रहे हैं, उनसे कंपनियों के प्रदर्शन पर क्या असर पड़ेगा, किसमें नुकसान हो सकता है और किसमें प्रॉफिट यह सभी समझना एक स्टॉक ब्रोकर की भी ज़िम्मेदारी है।
कौनसे कोर्स करने होंगे?
ऐसे में अगर यह करियर आपको पसंद आता है और आप एक स्टॉक ब्रोकर बनने का सपना देख रहे हैं, तो बता दें कि आपको 12वीं कक्षा कॉमर्स की स्ट्रीम से पास करनी होगी। इसके बाद आप बैंकिंग और फाइनेंस में 1 साल का पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं। बता दें कि इस डिप्लोमा कोर्स में आपको बैंकिंग ऑपरेशन से लेकर ट्रेड फाइनेंस और शेयर बाज़ार की प्रक्रिया को समझाया जाता है। इसके अलावा बिज़नेस कम्युनिकेशन की जानकारी दी जाती है और कंप्यूटर का नॉलेज दिया जाता है। इतना ही नहीं, कोर्स में आपको कंपनी के डेटा को एनालाइज करना सिखाया जाता है। यह समझाया जाता है कि स्टॉक को कैसे खरीदा और बेचा जाता है और ग्राहकों के लिए कब कौन-सा फैसला लेना अच्छा होता है। अगर आप इस प्रकार का कोर्स देख रहे हैं, तो देश में कई निजी और सरकारी संस्थानों में यह कोर्स उपलब्ध है। आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे NSE अकैडमी, BSE इंस्टिट्यूट, Coursera और Udemy से इस प्रकार के कोर्स कर सकते हैं।





