शेयर बाजार में क्यों दिखाई दे रही गिरावट? जानिए कब तक लौट सकती है रौनक!

भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर शेयर बाजार में यह गिरावट का दौर क्यों जारी है। रिपोर्ट्स की मानें तो यह गिरावट वैश्विक संकट और ट्रेड वॉर के चलते देखी जा रही है। ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि आने वाला हफ्ता कैसा रहेगा।

Rishabh Namdev
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भारतीय शेयर बाजार इस समय बड़ी गिरावट का सामना कर रहा है। दरअसल, हफ्ते के आखिरी दिन सेंसेक्स 400 अंकों तक गिरकर बंद हुआ, जबकि निफ्टी भी बीते हफ्ते में कमजोरी के साथ बंद हुआ। पिछले कुछ समय से भारतीय शेयर बाजार लगातार गिरावट झेल रहा है। सभी के मन में यही सवाल है कि आखिर बाजार में रौनक कब लौटेगी और यह गिरावट क्यों देखी जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस गिरावट की वजह कमजोर वैश्विक संकेत और ट्रेड वॉर को माना जा रहा है। हालांकि, बीते हफ्ते की शुरुआत बाजार में तेजी के साथ हुई थी, लेकिन उसके बाद लगातार गिरावट देखने को मिली।

दरअसल, जैसे ही अमेरिका द्वारा नए टैरिफ लगाने की धमकी दी गई, उसके बाद लार्ज-कैप शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिली, जिससे पूरा बाजार प्रभावित हो गया और लगभग सभी सेक्टर गिरावट की चपेट में आ गए। बीते हफ्ते स्मॉल-कैप इंडेक्स में तेजी देखने को मिली थी, लेकिन बाकी सेक्टरों में गिरावट बनी रही।

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आखिर बाजार में क्यों दिखाई दे रही बड़ी गिरावट?

सभी के मन में एक ही सवाल है कि भारतीय शेयर बाजार इस दौर से क्यों गुजर रहा है और गिरावट का सिलसिला क्यों जारी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका द्वारा नए टैरिफ लगाने की धमकी के कारण यह गिरावट देखी गई। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का मानना है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पारस्परिक टैरिफ की घोषणा ने निर्यात से जुड़े उद्योगों, विशेष रूप से फार्मास्यूटिकल सेक्टर, को बुरी तरह प्रभावित किया है। इसके चलते इन सेक्टरों का प्रदर्शन कमजोर रहा, जिससे बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला।

इसके अलावा, उन्होंने हफ्ते में हुई कई छुट्टियों को भी इस गिरावट का कारण बताया। उनका मानना है कि छुट्टियों के कारण कारोबार का हफ्ता छोटा रहा, जिससे बाजार रिकवर नहीं कर सका।

कब लौटेगी रौनक?

डिजर्व के संस्थापक वैभव पोरवाल ने भी इस पर अपनी राय दी। उनका मानना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) का आगमन अगले 3 से 6 महीनों में बढ़ सकता है, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि जब घरेलू मांग बढ़ेगी, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर दिया जाएगा, तब लंबी अवधि में कॉर्पोरेट कमाई में वृद्धि होगी। हालांकि, फिलहाल भारतीय शेयर बाजार बीते हफ्ते यानी शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स में 424.90 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 75,311 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 117 अंकों की गिरावट के साथ 22,795 के स्तर पर बंद हुआ।


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Rishabh Namdev

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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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