Success Story : साल 2019 में आई कोरोना महामारी लोगों को मरते दम तक याद रहेगी। यह एक ऐसा समय था जब लोग एक-दूसरे से मिलना बंद कर चुके थे। एक-दूसरे के करीब जाने से डरते थे। पूरी दुनिया घरों में सिमट कर रह गई थी। इस दौरान सभी क्षेत्रों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था। यह एक ऐसा दौर था जब हजारों की संख्या में लोग अपनी जान गवा रहे थे, तो सैकड़ों की संख्या में लोगों ने अपनी नौकरी भी खोई, लेकिन कहते हैं ना जिनके अंदर ईमानदारी और मेहनत से कुछ पाने का कुछ कर जाने का संकल्प होता है, वह कुछ भी कर सकते हैं। ऐसी ही एक सक्सेस स्टोरी आज हम आपको मोहब्बत दीप सिंह चीमा के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनके लिए कोरोना जैसी महामारी का दौर काफी संघर्ष भरा रहा, लेकिन यह उनके लिए वरदान भी साबित हुआ।
ऐसे आया आइडिया
दरअसल, वह अपनी फ्यूचर को लेकर काफी ज्यादा परेशान हो चुके थे और कोविड में अपने घर पंजाब वापस लौट आए थे। जिसके बाद अपने घर गृहस्ती को चलाने के लिए उन्होंने थे पिज़्ज़ा फैक्ट्री स्थापित की। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दीप जहां काम करते थे, वहां उनकी सैलरी 2.5 लाख रुपए थी। ऐसे में अचानक जॉब का छूट जाना कोई मामूली बात नहीं था। रोजगार कोरोना कल के दौरान काफी लोगों की गई थी, ऐसे में उन्होंने अपने आत्मविश्वास को खोने नहीं दिया और उन्होंने 100 एकड़ की जमीन पर कुछ बिजनेस करने का सोचा। ऐसे में उनके दिमाग में पिज्जा फूड फैक्ट्ररी स्थापित करने का आइडिया आया। इसके लिए उन्होंने 4 लाख रुपये निवेश किए। इस फैक्ट्री का नाम उन्होंने “द पिज़्ज़ा फैक्ट्री” रखा। शुरुआत में तो काफी ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को मिला था, लोग उनका काफी हद तक मजाक उड़ाते थे, उनमें से कुछ लोग समोसा और पकौड़ी खाने के शौकीन थे। ऐसे में उनके लिए यह बिजनेस काफी ज्यादा कठिन रहा।
लोगों की लगती है लाइन
स्टार्टिंग में उन्होंने अपनी मेन्यु की कीमत 199 रुपये रखी। इस दाम पर पिज़्ज़ा, बर्गर और फ्राइज आदि सर्व किया। जो धीरे-धीरे लोगों को पसंद आने लगा। दीप को बचपन से ही खाना बनाना अच्छा लगता था, वह होटल मैनेजमेंट करना चाहते थे, लेकिन परिस्थितियों के कारण उन्हें कहीं और अपनी करियर बनानी पड़ी, लेकिन उनके मन की मुराद पूरी हो गई। आज दीप हर महीने ₹2,00,000 अपनी पिज़्ज़ा फैक्ट्री से कमाते हैं। इसका नाम उन्होंने पिज़्ज़ा बर्गर जंक्शन कर लिया है। यहां हर शाम काफी लंबी लाइन लगती है। उनके हाथों का जादू लोगों जुबान पर इस कदर चढ़ा है कि वह इसे बड़े चाव से कहते हैं।