Surf Excel Success Story : सर्फ एक्सेल कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) की एक प्रमुख ब्रांड है, जिसने भारतीय बाजार में अपनी पहचान कई दशक पहले बनाई थी। बता दें कि सर्फ एक्सेल ने अपनी मार्केटिंग रणनीतियों के माध्यम से उपभोक्ताओं के बीच एक मजबूत पकड़ बनाई है। हम सभी अक्सर कपड़ों की बात सुनते ही कहते हैं दाग अच्छे हैं जोकि इस कंपनी का टैगलाइन है। सर्फ एक्सेल को सबसे पहले साल 1996 में लंदन में लॉन्च किया गया था। इसके बाद, उसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी पेश किया गया। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको सर्फ एक्सेल कंपनी की दिलचस्प सक्सेस स्टोरी बताएंगे। आइए जानते हैं विस्तार से…
ऐसे बनाई पहचान
सर्फ एक्सेल ने “दाग अच्छे हैं” टैगलाइन बनाया, जिसने ब्रांड को एक नई पहचान दी। यह संदेश उपभोक्ताओं के साथ भावनात्मक रुप से जुड़ा। जब सर्फ एक्सेल भारतीय बाजार में आया, तब यह एक प्रीमियम ब्रांड के रूप में स्थापित हुआ। कंपनी ने 10 रुपये के छोटे पैकेट बाजार में उतारकर उपभोक्ताओं को आकर्षित किया। बता दें कि छोटे पैकेटों के माध्यम से कंपनी ने ग्रामीण और छोटे शहरों के बाजारों में अपनी पहुंच बनाई। उन्होंने अपने उत्पादों को किराना स्टोर्स, छोटे दुकानों और यहां तक कि साप्ताहिक बाजारों में भी उपलब्ध कराया। इस तरह यह हर घर में अपनी पहचान बनाने में सफल रहा।
HUL के सीईओ
बता दें कि विलियम हेस्केथ लीवर ने 19वीं सदी के अंत में लीवर ब्रदर्स की स्थापना की, जो बाद में यूनिलीवर बन गई। वर्तमान में संजीव मेहता हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) के सीईओ और प्रबंध निदेशक हैं। उनके नेतृत्व में HUL ने भारतीय बाजार में कई ब्रांडों को सफलतापूर्वक संचालित किया है, जिसमें सर्फ एक्सेल भी शामिल है।
20% है हिस्सेदारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सर्फ एक्सेल की सालाना बिक्री 1 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है। साल 2022 के दौरान इस ब्रांड ने 8,200 करोड़ रुपये की कमाई की थी। पिछले दो दशकों में सर्फ एक्सेल की बिक्री 50 करोड़ डॉलर तक पहुंच गई है। वर्तमान में, सर्फ एक्सेल की भारत में 20% बाजार हिस्सेदारी है। यह इसे भारतीय डिटर्जेंट बाजार में सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक बनाता है। बता दें कि यह ब्रांड न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी बेहद लोकप्रिय है।