सरकार ने दिए महंगाई के मोर्चे पर राहतभरे संकेत, खाद्य उत्पादों में बढ़ी महंगाई
थोक मुद्रास्फिति में लगातार नौवें महीने गिरावट दर्ज की गई है और यह गिरकर 4 प्रतिशत के नीचे आ गई है। हालांकि खाद्य उत्पादों की कीमत में जनवरी के मुकाबले फरवरी में इजाफा हुआ है।
WPI Inflation : फरवरी 2023 के थोक मुद्रास्फिति (WPI Inflation) के आंकड़े सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Program Implementation) की ओर से जारी कर दिए गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी 2023 में थोक मुद्रास्फिति 3.85 प्रतिशत हो गई है। जनवरी में ये आंकड़ा 4.73 प्रतिशत और दिसंबर में 4.95 प्रतिशत था।
बता दें, यह लगातार नौवां महीना है, जब थोक मुद्रास्फिति में गिरावट देखने को मिली है और यह इस ओर इशारा कर रही है कि आने वाले समय में महंगाई में कमी देखने को मिल सकती है।
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इन चीजों के दाम में आई गिरावट
मंत्रालय की ओर से बताया गया कि फरवरी 2023 में मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, गैर-खाद्य लेख, खाद्य उत्पाद, खनिज, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिकल उत्पाद, रसायन और रासायनिक उत्पाद, वाहन, ट्रेलर और सेमी-ट्रेलर, बिजली के उपकरण और मोटर की कीमतों में गिरावट हुई है।
खाद्य उत्पादों में बढ़ी महंगाई
फरवरी 2023 में खाद्य उत्पादों में महंगाई बढ़कर 3.81 प्रतिशत पर आ गई है, जो कि जनवरी 2.38 प्रतिशत पर थी। दालों पर महंगाई 2.59 प्रतिशत, जबकि सब्जियों पर – 21.53 प्रतिशत और ऑयल सीड्स पर महंगाई -7.38 प्रतिशत रही है।
वहीं, ईंधन और पावर बास्केट में महंगाई 14.82 प्रतिशत पर आ गई है, जोकि इससे पहले के महीने में 15.15 प्रतिशत पर थी। विनिर्माण उत्पादों में महंगाई 2.99 प्रतिशत से घटकर 1.94 प्रतिशत पर आ गई है।
फरवरी में खुदरा महंगाई हुई कम
इससे पहले फरवरी के खुदरा मुद्रास्फिति के आंकड़े जारी किए गए थे, जिसमें महंगाई घटकर 6.44 प्रतिशत पर आ गई है। जनवरी में यह आंकड़ा 6.52 प्रतिशत पर था, जबकि फरवरी 2022 में यह 6.07 प्रतिशत पर थी। फरवरी में खुदरा महंगाई में कमी आने की मुख्य वजह खाद्य और ईंधन की कीमतों में मामूली कमी है।