प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ब्रिटेन के ऐतिहासिक दौरे पर हैं। इस दौरान उनकी मुलाकात ब्रिटिश प्रधानमंत्री केर स्टार्मर से होगी। उम्मीद है कि दोनों देश फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर करेंगे। अगर यह समझौता हो गया, तो भारत और ब्रिटेन के व्यापारिक संबंध एक नई ऊंचाई पर पहुंच सकते हैं। यह डील लंबे समय से बातचीत में है और अब यह अपने अंतिम पड़ाव पर है। भारत-यूके व्यापार समझौते से दोनों देशों को कई सेक्टरों में बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है।
अमेरिकी और जापानी निर्यात पर पड़ सकता है असर
हालांकि इस समझौते से भारत को ब्रिटेन के साथ व्यापार में फायदे होंगे, लेकिन इसका असर अमेरिका, जापान और अन्य देशों से आने वाले उत्पादों पर पड़ सकता है। अमेरिका से भारत में आने वाले सामानों का 1.24 अरब डॉलर का निर्यात प्रभावित हो सकता है। इनमें तांबा, लोहा, मशीनरी, मेडिकल डिवाइस, ऑटो पार्ट्स और कॉन्टैक्ट लेंस जैसी चीजें शामिल हैं। इन उत्पादों पर अब तक जो टैक्स लगता था, वो ब्रिटेन से आने वाले सामान पर घट जाएगा। ऐसे में अमेरिकी कंपनियों को प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।
टैरिफ घटेगा, भारत को मिलेगा फायदा
फ्री ट्रेड डील के तहत ब्रिटेन से भारत आने वाले उत्पादों पर 85% तक टैरिफ कम हो सकता है। इससे उद्योगों को सस्ते इनपुट और लोगों को कुछ खास वस्तुएं जैसे शराब व उपभोक्ता उत्पाद सस्ते दामों पर मिल सकते हैं। इसके अलावा, भारत से ब्रिटेन को होने वाले निर्यात में भी बढ़ोतरी की उम्मीद है, जिससे भारतीय कारोबारियों को बड़ा फायदा मिलेगा।
जापान, EU और अन्य देशों पर भी दिखेगा असर
यूएन COMTRADE के आंकड़ों के अनुसार, सिर्फ अमेरिका ही नहीं, जापान को भी इस डील से नुकसान हो सकता है। जापान ने पिछले साल भारत को 19.9 अरब डॉलर का सामान भेजा था। अब उसे अपने 2.2% निर्यात में प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। इसी तरह, यूरोपीय यूनियन (EU) का 1.7%, ऑस्ट्रेलिया का 1.6% और कनाडा का 1.4% एक्सपोर्ट प्रभावित हो सकता है।





