क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल देश की बड़ी आबादी करती हैं। यह उपभोक्ताओं की मदद इमरजेन्सी फंड में करता है। क्रेडिट हिस्ट्री को बेहतर बनाने में भी योगदान देता है। बैंक ग्राहकों को एयरपोर्ट-रेलवे लाउंज एक्सेस, रिवार्ड और कई स्पेशल ऑफर्स जैसी सेवाएं भी प्रदान करते हैं। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए बड़ी अपडेट सामने आई है। इस प्राइवेट सेक्टर बैंक ने क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों (Credit Card Rules) में बदलाव किया है।
क्रेडिट कार्ड से जुड़े नए नियम 20 फरवरी को लागू होंगे। यदि आप इस बैंक के ग्राहक हैं और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो नए नियमों को जरूर जान लें। बैंक ने एजुकेशन फीस पेमेंट, फ्यूल चार्ज, लाउंज एक्सेस, स्टेटमेंट डेट और अन्य कई सेवाओं के शुल्क में संशोधन किया है।

एजुकेशन फीस भुगतान से जुड़े नियम
नए नियमों के तहत यदि कोई ग्राहक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके पेटीएम, Cheq, CRED, मोबिक्विक और अन्य जैसे थर्ड पार्टी ऐप से एजुकेशन फीस का भुगतान करते हैं तो उन्हें एक प्रतिशत एक्स्ट्रा चार्ज का भुगतान करना होगा। अतिरिक्त शुल्क की न्यूनतम राशि 249 रुपये तय की गई है। स्कूल या कॉलेज की वेबसाइट या फिजिकल POS मशीन के जरिए स्कूल या कॉलेज फीस का भुगतान करता है तो किसी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क देय नहीं होगा।
फ्यूल खर्च के लिए नए नियम
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में फ्यूल चार्ज में भी बदलाव किया है। एक स्टेटमेंट साइकिल में 30,000 रुपये से अधिक फ्यूल खर्च पर एक यूजर्स को एक प्रतिशत एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा। Ashva, Mayura और फर्स्ट वेल्थ क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाली फ्यूल चार्ज को 300 रूपये प्रति स्टेटमेनी साइकिल तक सीमित करने का फैसला भी बैंक ने लिया है।
इन नियमों को भी जान लें
- क्रेडिट कार्ड धारकों को रेलवे लाउंज की सुविधा का लाभ उठाने लिए अब 20,000 रुपये खर्च करना होगा।
- बैंक ने स्टेटमेंट डेट में भी बदलाव किया है। कुछ क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए हर महीने के 20 तारीख को स्टेटमेंट डेट जनरेट होगा। यह नियम फर्स्ट Millenia, फर्स्ट वेल्थ और फर्स्ट SWYP क्रेडिट कार्ड उपभोक्ताओं पर प्रभावी होगा। भुगतान के अंतिम तिथि में कोई संशोधन नहीं किया गया है। इसे अभी स्टेटमेंट जारी होने के 15 दिन बाद रखा गया है।
- डायनेमिक ब्याज दर में भी संशोधन किया गया है। नई APR दरें सलाना 8.50% से लेकर 46.2 प्रतिशत होगी। इससे पहले रेट 9% से लेकर 43.8 प्रतिशत होता था।