विप्रो ने अपने ग्राहकों को और बड़ा झटका देते हुए रोजमर्रा के कई सामानों को महंगा कर दिया है। दरअसल कंपनी ने अपने कुछ प्रोडक्ट्स को लगभग 7 से 8 फ़ीसदी तक मूल्य में बढ़ा दिया है। हालांकि विप्रो के अलावा भी कई कंपनियों ने अपने प्रॉडक्ट्स के मूल्य में बढ़ोतरी की है। दरअसल पाम तेल की कीमतों में आई बढ़ोतरी के चलते विप्रो और प्रमुख कंपनियों ने कई प्रॉडक्ट्स महंगे कर दिए हैं।
दरअसल विप्रो ने साबुन की कीमतों में लगभग 7 से 8 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की है। बता दें कि पाम तेल साबुन बनाने में सबसे उपयोगी कच्चा माल होता है। ऐसे में पाम तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते विप्रो ने साबुन की कीमतों में भी बढ़ोतरी कर दी है।
HUL और टाटा कंज्यूमर जैसी कंपनियों ने भी बढ़ाए दाम
जानकारी के अनुसार विप्रो के अलावा HUL और टाटा कंज्यूमर जैसी कंपनियों ने भी कई प्रोडक्ट की कीमतों में बढ़ोतरी की है। टाटा कंज्यूमर ने अपनी चाय की कीमतों में बढ़ोतरी की है। यह बढ़ोतरी अनियमित मौसम के कारण उत्पादन में आई कमी के चलते देखने को मिल रही है। दरअसल पाम तेल के अलावा काफी और कोको जैसे कमोडिटी की लागत में भी बढ़ोतरी का सामना किया जा रहा है। जिसके चलते कई कंपनियां प्रोडक्ट्स की कीमतों को बढ़ाने के लिए मजबूर दिखाई दे रही है।
जानिए विप्रो ने क्यों बढ़ाए दाम?
वहीं विप्रो कंज्यूमर केयर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सीईओ नीरज खत्री की माने तो साबुन बनाने में जो कच्चा माल उपयोग में आता है। इसकी कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिल रही है। दरअसल नीरज खत्री ने कहा कि “इस साल की शुरुआत में 30 फ़ीसदी से अधिक की बढ़ोतरी साबुन के कच्चे मालों में देखने को मिली है। इस बढ़ोतरी के चलते प्रमुख कारोबारी ने आंशिक रूप से संतुलित बनाए रखने के लिए लगभग सात आठ फ़ीसदी की मूल्य में बढ़ोतरी की है। हमने कीमतें बढ़ाकर इन्हें बाजार रुझानों के मुताबिक ही काम किया है। आपको बता दें कि विप्रो संतूर जैसे साबुन बनाती है