Career Tips: शिक्षक छात्रों के भविष्य को बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। टीचिंग प्रोफेशन करियर के लिए एक बेहतर ऑप्शन साबित हो सकता है। इस प्रोफेशन में अन्य कई सेक्टर के मुकाबले काम का प्रेशर भी काफी कम होता है। छुट्टियां भी मिलती है। वेतन भी काफी अच्छा होता है। समाज में सम्मान भी मिलता है।
ऐसे कई छात्र हैं जो टीचिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं। लेकिन क्या करें समझ नहीं आता। कई कोर्स हैं जिनकी मदद से शिक्षक बना जा सकता है। 12वीं से शुरुआत कर सकते हैं। स्टूडेंट्स अपनी योग्यता, रुचि और आवश्यकताओं के हिसाब से किसी भी पाठ्यक्रम का चयन कर सकते हैं। यहां टीचिंग से जुड़े ऐसे ही कोर्सेज के बारे में बताया गया है।

दो साल के कोर्स से बनें शिक्षक
डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (डीएलएल) शिक्षक बनने के लिए एक बेहतर ऑप्शन साबित हो सकता है। यह एक एलिमेंट्री टीचर ट्रेनिंग डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रोग्राम है। जिसमें 12वीं पास छात्र दाखिला ले सकते हैं। इसकी अवधि 2 साल होती। कई इंस्टिट्यूट यह कोर्स वर्तमान में ऑफर कर रहे हैं। इससे प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने की अनुमति होती है।
12वीं के बाद इन यूजी कोर्स में ले सकते हैं दाखिला
- 12वीं के बाद छात्रों के लिए बीए+बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स भी एक बेहतर ऑप्शन साबित हो सकता है। यह एक डुअल डिग्री प्रोग्राम है। जिसमें बैचलर आफ आर्ट्स और बैचलर आफ एजुकेशन दोनों डिग्रियां जुड़ी होती हैं। इस कोर्स की अवधि 4 साल होती है।
- बीपीएड यानि बैचलर इन फिजिकल एजुकेशन के जरिए आप फिजिकल एजुकेशन शिक्षक बन सकते हैं। इसकी अवधि 3 साल होती है।
- बीएससी+बीएड इंटिग्रेटेड प्रोग्राम भी 12वीं के बाद बेहतर टीचिंग कोर्स साबित हो सकता है। साइंस शिक्षक बना जा सकता है। इसकी अवधि भी 4 साल होती है।
- बीएड में कोई भी ग्रेजुएट छात्र दाखिला ले सकते हैं। इसकी अवधि 2 साल होती है। इसके जरिए हायर या सेकन्डेरी लेवल शिक्षक बन सकते हैं। 12वीं के बाद किसी भी विषय में ग्रेजुएट इस कोर्स को कर सकते हैं।