सीबीएसई कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षाएं अब साल में दो बार आयोजित होगी। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने ड्राफ्ट नियम जारी किए हैं। पहली परीक्षा फरवरी में आयोजित होगी। वहीं फेज-2 बोर्ड एग्जाम मई में होगा। बोर्ड ने ड्राफ्ट स्कीम पर हितधारकों से सुझाव भी मांगा है। सीबीएसई ने टू-एग्जाम फार्मूला पर सियासत गरमाई है।
पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने बोर्ड एग्जाम के नए पैटर्न (CBSE Class 10 Board Exam) पर आपत्ति जताई है। उन्होंने पंजाबी को परीक्षा प्रणाली से हटाने का आरोप लगाते हुए सीबीएसई की आलोचना की है। उन्होनें केन्द्रीय शिक्षा मंत्री और सीबीएसई ने पॉलिसी लेने की मांग की है। इस पर बोर्ड ने जवाब दिया है। दसवीं बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में बदलाव होगा। लेकिन विषयों में कोई संशोधन की योजना सीबीएसई नहीं बना रहा है।
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पंजाबी भाषा विवाद को सीबीएसई ने क्या कहा?
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकन्डेरी एजुकेशन के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज से कहा, ” 25 फरवरी को वेबसाइट पर जारी कक्षा दसवीं बोर्ड परीक्षाओं के संचालन के लिए परिपत्र में शामिल अन्य विषयों और भाषाओं की सूची केवल सांकेतिक है। वर्तमान में पेश किए गए सभी विषय और भाषाएं 2025-26 के लिए भी पेश की जाएगी। क्षेत्रीय और विदेशी भाषा समूह शीर्षक के तहत भाषाओं की सूची के तहत उल्लिखित भाषाओं के अलावा पंजाबी, नेपाली, सिन्धी, लेप्चा, लींबू, मलयालम, ओड़िया, असमिया, कन्नड़, तेलुगू और फारसी भी शामिल है।”
बोर्ड परीक्षा नए पैटर्न से जुड़े 10 खास बातें
- दसवीं बोर्ड परीक्षा पहले चरण की संभावित तिथि 15 फरवरी 2026 है। अगले साल दसवीं के 26.60 लाख और 12वीं के 20 लाख छात्र बोर्ड एग्जाम में शामिल हो सकते हैं।
- भले ही साल में दो बार परीक्षा होगी लेकिन सिलेबस में कोई बदलाव नहीं होगा। वर्तमान से पूरे सिलेबस और टेक्स्टबुक से प्रश्न पूछे जाएंगे।
- विषयों को 3 कैटेगरी में रखा गया है। विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, हिन्दी और इंग्लिश की परीक्षा निर्धारित तिथि पर होगी।
- रिजनल एंड फॉरन लैंग्वेज कैटेगरी में वर्तमान में पेश होनी वाली सभी भाषाओं को शामिल किया गया है। जिसकी परीक्षा एक ही होगी।
- अन्य विषयों की परीक्षा 2-3 दिन में समाप्त होगी। छात्रों को ऑप्शनल सब्जेक्ट के लिए परीक्षा तिथि चुनने का कोई विकल्प नहीं मिलेगा।
- छात्रों के लिए फेज-2 बोर्ड परीक्षा ऑप्शनल होगी। पहली बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के बाद स्टूडेंट्स दूसरे बोर्ड एग्जाम को छोड़ सकते हैं।
- किसी प्रकार के स्पेशल एग्जाम या सप्लीमेंट्री एग्जाम का आयोजन नहीं होगा। दूसरी बोर्ड परीक्षा “Supplementary” एग्जाम होगा।
- पहली बोर्ड परीक्षा के लिए जमा की गई LOC में कोई बदलाव नहीं होगा। जरूरत पड़ने पर दूसरी बोर्ड परीक्षा के दौरान इसमें बदलाव की अनुमति होगी।
- दोनों परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र एक होंगे।
- पहली बोर्ड परीक्षा के बाद रिजल्ट जारी नहीं होगा। परफॉरमेंस डिजीलॉकर पर उपलब्ध होगा।