CBSE Board Exam: इन दिनों सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में बदलाव को लेकर कई खबरें सामने आ रही है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स दावा कर रहे हैं कि वर्ष 2025 से एक साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं होंगी। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स इसके विपरीत यह दावा कर रहे हैं कि बोर्ड द्वारा साल में दो बार 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करना संभव नहीं है। ऐसे में छात्र और अभिभावक भी कन्फ्यूज हैं। इस मामले में केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बयान जारी किया है। साथ ही Biannually बोर्ड परीक्षा से संबंधित कई खबरों का खंडन भी किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि “सीबीएसई ने शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सीबीएसई स्कूल दुनिया भर में मौजूद हैं, वर्तमान सिस्टम और नीतियों के तहत दो शिफ्टों में कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा आयोजित करना असंभव है।” इन खबरों में लगाए गए आरोप का खंडन करते हुए बोर्ड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बयान जारी किया है।
सीबीएसई ने हिंदुस्तान टाइम्स के न्यूज आर्टिकल टाइटल “साल में दो साल बार बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं कर सकते हैं- सीबीएसई” के संदर्भ में कहा, “कुछ अन्य न्यूज मीडिया ने भी ऐसी ही स्टोरी कवर की हैं। इस खबर में उठाए गए मामले में सीबीएसई के विचारों के संबंध में लगाए गए आरोप का खंडन किया गया है। यह पूरी तरह से गलत है और मंत्रालय और सीबीएसई के बीच किए गए किसी भी संचार में इसका कोई आधार नहीं है।” किसी भी अपडेट्स के लिए छात्रों को ऑफिशियल वेबसाइट विजिट करने की सलाह दी जाती है।
This is in reference to the news article covered in Hindustan Times – Delhi edition dated 30/06/2024 titled- `Cannot conduct Board Exams twice a year :CBSE’ (Fareeha Iftikhar) . A few other news media have also covered similar news story.
The imputation in this news item as… pic.x.com/0wYO7THkE4— CBSE HQ (@cbseindia29) July 1, 2024
बता दें कि सीबीएसई द्वारा 25 जून को प्रमुख स्टॉकहोल्डर्स के साथ राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा और नई शिक्षा नीति 2020 को लेकर बैठक का आयोजन किया था। बोर्ड साल में दो बार बोर्ड एग्जाम करवाने की तैयारी कर रहा है। इस मामले में शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया है। हालांकि बोर्ड एग्जाम में बदलाव का प्रयास नया नहीं है । इससे पहले 2009 में कक्षा 10 के लिए CCE लागू किया गया था, लेकिन 2017 में इसे रद्द कर दिया गया। वहीं कोविड-19 महामारीके दौरान बोर्ड परीक्षाओं को दो चरणों में आयोजित गया है। लेकिन बाद मेंफाइनल परीक्षाओं का पुराना पैटर्न फिर से चालू किया गया था।