केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड स्कूलों में नियमों का सही से अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए अक्सर सख्त कदम उठाता रहता है। अगस्त में एक बार फिर सीबीएसई की कार्रवाई सामने आई है। बोर्ड ने अलग राज्यों में स्थित विद्यालयों में सरप्राइज इंस्पेक्शन किया। 18 अगस्त को इससे संबंधित नोटिस ऑफिशियल वेबसाइट www.cbse.gov.in पर सीबीएसई ने जारी किया है।
असम, दिल्ली, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र में स्थित 10 स्कूलों में कुछ दिन पहले निरीक्षण किया गया था। सभी निरीक्षण एक ही समय में किए गए। बोर्ड ने यह भी सुनिश्चित किया कि प्रक्रिया पूरी तरीके से औचक रहे। ताकि स्कूलों के कामकाज और संचालन के बारे में सही जानकारी मिल सके।10 टीमों को इस कार्रवाई के लिए तैनात किया गया था, जिसमें बोर्ड का एक अधिकारी और संबद्ध स्कूलों के प्रधानाचार्य शामिल रहे।
सीबीएसई ने क्यों उठाया यह कदम?
निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य जांच करना था कि स्कूल मानदंडो का पालन कर रहे हैं या नहीं। स्कूलों में शैक्षिक और भौतिक बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने के लिए भी यह कार्रवाई की गयी है। इसके अलावा गैर उपस्थित छात्रों को दाखिला न मिले यह भी देखा गया। निरीक्षण समिति की रिपोर्ट पर विचार करने के बाद जरूरी कार्रवाई भी की जाएगी। यदि कोई स्कूल नियमों का उल्लंघन नहीं कर रहा है तो उनके खिलाफ सख्त कदम भी उठाया जाएगा।
लिस्ट में एमपी के ये स्कूल शामिल
मध्य प्रदेश के संस्कार पब्लिक स्कूल, नवागांव और Kiddy’s कॉर्नर हायर सेकेंडरी स्कूल, शिवपुरी रोड ग्वालियर में भी निरीक्षण किया गया। वहीं इस लिस्ट महाराष्ट्र के तीन असम के दो स्कूल शामिल हैं। इसके अलावा दिल्ली, कर्नाटक और ओडिशा से एक-एक स्कूल में औचक निरीक्षण किया गया।
अन्य स्कूलों के नाम
- इंटरनेशनल स्कूल, गुवाहाटी नालापारा रोड सारुसजाय, असम
- स्प्रिंग डाली इंटरनेशनल स्कूल, असम
- राजेंद्र पब्लिक स्कूल, दिल्ली
- श्री राम ग्लोबल स्कूल, कर्नाटक
- आदित्य इंग्लिश मीडियम स्कूल, महाराष्ट्र
- दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, महाराष्ट्र
- क्रिमसन ग्लोबल स्कूल, पुणे महाराष्ट्र
- जूपिटर पब्लिक स्कूल गंगापाड़ा खुर्दा, ओड़िशा





