CBSE करेगा मेंटल हेल्थ वर्कशॉप का आयोजन, स्कूलों को नोटिस जारी, तारीख और टॉपिक घोषित, यहाँ जानें डिटेल 

छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सीबीएसई एक वर्कशॉप का आयोजन करेगा। इसकी शुरुआत 12 फरवरी से होगी। पंजीकरण प्रक्रिया जारी है।

Manisha Kumari Pandey
Published on -

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए वर्कशॉप का ऐलान किया है। इस संबंध में सभी एफिलेटेड स्कूलों को नोटिस में जारी किया गया है। कार्यशाला को लेकर पंजीकरण प्रक्रिया फिलहाल जारी है।

सीबीएसई ने नोटिस में कहा कि, “सीबीएसई दिल्ली/एनसीआर क्षेत्र में संबद्ध स्कूलों में प्रिंसिपल/काउंसलर/वैलनेस टीचर्स के लिए एक ऑफलाइन “छात्र मानसिक स्वास्थ्य एवं कल्याण को बढ़ावा देने” पर कार्यशाला आयोजित कर रहा है। यह कार्यशाला प्रतिभागियों को मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान करने और छात्रों को प्रभावी ढंग से आवश्यक मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने के तरीके पर व्यावहारिक रणनीति प्रदान करेगी।”

MP

इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों की सुरक्षा और  पोषण के लिए मजबूत समर्थन प्रणाली का निर्माण करना है। ताकि उनके लिए एक सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण विकसित हो सके।

 कब और कहाँ होगा वर्कशॉप?

सीबीएसई के कार्यशाला का आयोजन 12 फरवरी बुधवार को सुबह 10:00 बजे से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक नई दिल्ली के द्वारिका में स्थित वेंकटेश्वर इंटरनेशनल स्कूल में होगा।  प्रतिभागियों को बोर्ड ने सुबह 9:00 बजे तक वेन्यू पर पहुंचने की सलाह दी है।

क्या है कार्यशाला का टॉपिक?

कार्यशाला का मुख्य विषय “मानसिक स्वास्थ्य-समय की मांग, प्रारंभिक पहचान मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के संकेत और लक्षण, संकट हस्तक्षेप और व्यावहारिक तकनीकें” हैं। वर्कशॉप से संबंधित अधिक जानकारी के लिए स्कूल cbse.counseling@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं। गूगल फॉर्म लिंक के माध्यम से स्कूलों के प्रिंसिपल/परामर्शदाता/स्वास्थ्य शिक्षक पंजीकरण कर सकते हैं। चयनित प्रतिभागियों को कंफर्मेशन ईमेल भेजा जाएगा।

Workshop_for_Principals_Counselors_Wellness_Teachers_on_Promoting_Student_Mental_Health_and_Well-Being_04022025

About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News