क्या आप भी बनाना चाहते हैं एग्रीकल्चर क्षेत्र में अपना करियर, करें ये कोर्स, भविष्य बनेगा उज्ज्वल

भावना चौबे
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Career in Agriculture: देखते ही देखते कृषि क्षेत्र में कई प्रकार के बदलाव हो रहे हैं। लोग अब कृषि को नई-नई तकनीक से जोड़कर इसमें विकास कर रहे हैं। अगर आपको कृषि में रुचि है और आप चाहते हैं कि आप इसी क्षेत्र में कोई ऐसा कोर्स करें जिससे कि आप अपना करियर एग्रीकल्चर फील्ड में अच्छा बना सकें। इसी के चलते आज हम इस लेख के द्वारा 10वीं के बाद किए जाने वाले कुछ ऐसे एग्रीकल्चर कोर्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको एग्रीकल्चर फील्ड में अपना करियर बनाने में मदद करेंगे, तो चलिए जानते हैं।

एग्रीकल्चर क्षेत्र में करियर बनाने के लिए क्या कोर्स करें 

पॉलिटेक्निक डिप्लोमा

पॉलिटेक्निक डिप्लोमा एग्रीकल्चर फील्ड में करियर शुरू करने का एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। आपको बता दें, यह कोर्स 3 साल का होता है। इस कोर्स में कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, बागवानी और कृषि इंजीनियरिंग जैसे विषयों की पढ़ाई होती है। इस कोर्स को करने के बाद आप कृषि विभाग, सरकारी एजेंसी या कृषि से संबंधित निजी कंपनियों में नौकरी पा सकते हैं।

कृषि इंजीनियरिंग डिप्लोमा

कृषि इंजीनियरिंग में डिप्लोमा एक 3 साल का कोर्स है, जो कृषि क्षेत्र में करियर शुरू करने के लिए एक अच्छा विकल्प है। कृषि इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। कृषि इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के पाठ्यक्रम में कृषि विज्ञान, पशुपालन विज्ञान, मत्स्य पालन विज्ञान, बागवानी विज्ञान, कृषि इंजीनियरिंग जैसे विषय शामिल है। यह डिप्लोमा करने के बाद उम्मीदवार कृषि विभाग, सरकारी एजेंसियों, कृषि से संबंधित निजी कंपनियों या कृषि अनुसंधान संस्थानों में नौकरी पा सकते हैं। इसके अलावा खुद का व्यवसाय भी आसानी से शुरू कर सकते हैं।

बीएससी कृषि

यह कृषि क्षेत्र का एक स्नातक स्तर का कोर्स है। आपको बता दें, यह कोर्स 4 साल का होता है। इसमें भी कृषि पशुपालन मत्स्य पालन बागवानी और कृषि इंजीनियरिंग जैसे विषयों की गहन पढ़ाई होती है। इस कोर्स को करने के बाद आप कृषि अनुसंधान, कृषि शिक्षा, कृषि व्यवसाय या कृषि से संबंधित अन्य क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं।

एमएससी कृषि

यह कृषि क्षेत्र में एक स्नातकोत्तर स्तर का कोर्स है। आपको बता दें, यह कोर्स मात्र 2 साल का होता है। इसमें कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, बागवानी और कृषि इंजीनियरिंग जैसे विषयों में विशेषज्ञता प्राप्त होती है। इस कोर्स को करने के बाद आप कृषि अनुसंधान, कृषि शिक्षा, कृषि व्यवसाय या कृषि से संबंधित अन्य क्षेत्रों में उच्च स्तर की नौकरी पा सकते हैं।

हाइब्रिड बीज उत्पादन/ बीज प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा

हाइब्रिड बीज उत्पादन/ बीज प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा एक तीन साल का कोर्स है, जो छात्रों को हाइब्रिड बीज उत्पादन और बीज प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है। यह कोर्स कृषि विज्ञान, पौध प्रजनन, बीज विज्ञान और बीज प्रौद्योगिकी की के क्षेत्र में व्यापक शिक्षा प्रदान करता है। इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार कृषि विभाग, बीज कंपनियां, अनुसंधान संस्थान में अपना करियर बना सकते हैं।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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