DU एसओएल की नई पहल, 8 फॉरन लैंग्वेज सर्टिफिकेट कोर्स लॉन्च, 12वीं पास छात्र ले सकते हैं एडमिशन, 12 जुलाई तक करें आवेदन

दिल्ली यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग ने पहली बार 8 लैंग्वेज कोर्स लॉन्च करेंगे। जिसे पूरा करने के बाद सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। आवेदन प्रक्रिया जारी है, 17 जुलाई अंतिम तिथि है। 

दिल्ली विश्वविद्यालय स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग विद्यार्थियों के लिए एक बेहतरीन मौका लेकर आया है। पहली बार डीयू एसओएल ने 8 नए फॉरन लैंग्वेज सर्टिफिकेट कोर्स लॉन्च किए हैं।  जिसके लिए आवेदन प्रक्रिया फिलहाल जारी है। स्टूडेंट 12 जुलाई तक ऑफिशियल  वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भर सकते हैं। इन पाठ्यक्रमों को जॉब मार्केट में बढ़ रहे डिमांड को देखते हुए तैयार किया गया है।

ये कोर्स छात्रों अलग-अलग देशों के संस्कृति के बारे में जानने का मौका देते हैं। करियर के लिए बेहतरीन अवसर बन सकते हैं। स्टूडेंट्स दुनिया के विभिन्न स्थानों में जाकर अपना करियर बनाने में सक्षम हो पाएंगे। इन पाठ्यक्रमों को डीयू एसओएल के सेंटर फॉर इंडियन फॉरेन लैंग्वेज के अंतर्गत ऑफर कर रहा है। नए सत्र में इनकी शुरुआत भी हो चुकी है। इसके अलावा अगले सत्र के लैंग्वेज पाठ्यक्रमों को ऑफर करने की तैयारी भी कर रहा है।

ये 8 फॉरन लैंग्वेज कोर्स लॉन्च (DU SOL Courses)

  • जापानी
  • कोरिया
  • स्पेनिश
  • फ्रेंच
  • जर्मन
  • मंडारिन (चाइनीज)
  • रूसी
  • इटालियन

कोर्स से जुड़ी जरूरी बातें जान लें

इन कोर्सेज को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की मान्यता भी प्राप्त है। सर्टिफिकेट कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को इस संबंध भाषा में एडवांस्ड डिप्लोमा लेवल कोर्स करने का मौका भी दिया जाएगा। पिछले महीने विश्वविद्यालय के अकादेमिक काउंसिल मीटिंग के दौरान कोर्सेज को मंजूरी मिल चुकी है। इनका संचालन हाइब्रिड मोड में होगा। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों सेशन शामिल होंगे। ज्यादातर क्लास सप्ताह के अंत में यानि शनिवार या रविवार को आयोजित होंगे। कॉलेज स्टूडेंट्स और पेशेवरों दोनों के लिए बेहतरीन ऑप्शन बन सकते हैं।

कैसे मिलेगा एडमिशन?

12वीं पास छात्र भारत में दाखिला ले सकते हैं। किसी प्रकार के एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन नहीं किया जाएगा। सिलेक्शन प्रोसेस पूरी तरीके से मेरिट पर आधारित होगा। 17 जुलाई को पहली मेरिट लिस्ट जारी होगी। इस पर काउन्सलिंग और एडमिशन निर्भर करेगा, जो 18 जुलाई से लेकर 20 जुलाई तक चलेगा।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News