अब छात्रों को सड़क सुरक्षा के बारे में पढ़ाया जाएगा। उन्हें यातायात नियमों से अवगत किया जाएगा। कक्षा 1 से 12वीं के सिलेबस में रोड सेफ़्टी ऑडियो-विजुअल ऑनलाइन मॉड्यूल शामिल किया जाएगा। यह कदम SIAM-केवीएस रोड सेफ़्टी ऑनलाइन एजुकेशन प्रोग्राम के तहत उठाया जाएगा, जिसे 22 अप्रैल को लॉन्च किया गया है। सरकार ने इस संबंध में NCERT को निर्देश जारी किया है। इस बात की जानकारी केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को दी है।
प्रधान ने बताया कि सिलेबस में आयु-उपयुक्त और कक्षा-उपयुक्त सड़क सुरक्षा मॉड्यूल की शुरुआत होगी। यह कार्यक्रम पूरी तरह से वैकल्पिक होगा। हालांकि इसमें स्टूडेंट्स के लिए क्रेडिट भी शामिल होंगे। इसकी शुरुआत शैक्षणिक सत्र 2025-26 में ही होगी।

धमेन्द्र प्रधान ने क्या कहा?
शिक्षा मंत्री ने रोड सेफ़्टी मॉड्यूल को लेकर कहा, “हम केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, MoRTH, भारी उद्योग मंत्रालय, SIAM, शिक्षा मंत्रालय और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर इस वैकल्पिक कार्यक्रम के विकास में सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं।” उन्होनें आगे कहा, “इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में 20 करोड़ युवाओं के बीच सड़क सुरक्षा शिक्षा को बढ़ावा देना है।”
छात्रों को क्या पढ़ाया जाएगा?
इस प्रोग्राम में कुल 6 मॉड्यूल होंगे। इस लिस्ट में बेसिक रोड सेफ़्टी, पैदल यात्री सुरक्षा, सेफ़्टी सीटबेल्ट एंड डिफेंसिव ट्रैवलिंग और सुरक्षित सड़क को कानूनी जागरूकता जैसे टॉपिक शामिल होंगे। इससे आगे वाली पीढ़ियों को सड़क सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार बनाया जाएग।
नीतिन गडकरी ने बताया प्रोग्राम का महत्व
नितिन गडकरी ने कहा कि, “हमने कई नए नियम लागू किए हैं। यह जरूरी है कि बचपन में इन आदतों को सिखाया जाएं। इस कार्यक्रम के जरिए स्कूलों में सड़क सुरक्षा सीखने को शामिल किया जाएगा। जिसे लेकर हमने शिक्षा मंत्रालय ने संपर्क किया। मैं छात्रों से अनुरोध करता हूँ की वे सड़कों को जिम्मेदार व्यवहार को प्रमोट करें।”