आधुनिक दौर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जीवन का एक हिस्सा बन चुका है। हेल्थ केयर से लेकर फाइनेंस तक इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। एजुकेशन सेक्टर भी लोग बढ़चढ़ कर एआई को यूज कर रहे हैं। जॉब मार्केटप्लेस में लगातार एआई प्रोफेशनल्स की डिमांड बढ़ती जा रही है। सही स्किल की जानकारी न होने के हजारों लोग अपनी नौकरी खो रहे हैं। इसलिए एआई टेक्नोलॉजी की ज्ञान होना चाहिए।
वर्तमान में गूगल AI से संबंधित कई कोर्स (Google Free AI Courses) ऑफर कर रहा है, जो इंटरनेट पर ऑनलाइन उपलब्ध है। इसके लिए किसी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में जाने की जरूरत भी नहीं पड़ती। घर बैठे ही एक घंटे से कम समय में इन्हें पूरा किया जा रहा है। खास बात यह है कि फीस का भुगतान भी नहीं करना पड़ता। गूगल इन्हें फ्री में ऑफर करता है।
इंट्रोडक्शन टू जेनरेटिव एआई
यह कोर्स उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जेनरेटिव एआई के बारे में कुछ खास नहीं जानते। इसकी अवधि सिर्फ 45 मिनट है। इसमें जेनरेटिव आई और उसके एप्लीकेशंस के बारे में पढ़ाया जाता है। एलएम से यह कैसे अलग है यह भी बताया जाता है। कई गूगल टूल्स भी इसमें शामिल हैं। यह GenAI डिवेलप करने में मददगार साबित हो सकता है। कोर्स खत्म होने पर एक बैज भी मिलता है।
इंट्रोडक्शन टू एलएलएम
लार्ज लैंग्वेज मॉडल या एलएलएम, एक एआई सिस्टम है। जिसे इंसानों जैसे टेक्स्ट रिप्लाई देने के लिए बहुत सारे डेटासेट पर प्रशिक्षित किया जाता है। यदि आप भी यह सीखना चाहते हैं कि ChatGPT कैसे काम करता है, तो इस कोर्स के लिए एनरोलमेंट कर सकते हैं। इसके जरिए प्रॉन्प्ट ट्यूनिंग के इस्तेमाल को समझा जा सकता है। साथ ही यह जेनAI डेवलप करने में भी मदद करता है।
इन्ट्रोडक्शन टू इमेज जनरेशन
इस कोर्स भी सिर्फ 45 मिनट में खत्म किया जा सकता है। जिसके बाद बैज मिलता है। इस कोर्स के जरिए आप यह सीख सकते हैं कि एआई मॉडल एक इमेज को कैसे जनरेट करता है? इसमें डिफ्यूजन मॉडल और इससे संबंधित सिद्धांतों के बारे में बताया जाता है।
इनकोडर-डीकोडर आर्किटेक्चर
इस कोर्स की अवधि सिर्फ 30 मिनट होती है। इनकोडर-डिकोडर आर्किटेक्चर, एक मशीन लर्निंग आर्किटेक्चर है। जो ट्रांसलेशन, टेक्स्ट सम्मराइजेशन और प्रश्न उत्तर से संबंधित है। इस कोर्स के जरिए इस आर्किटेक्चर को और भी बेहतर तरीके से समझा जा सकता है, जो आपके करियर के लिए अच्छा साबित हो सकता है।
ट्रांसफार्मर मॉडल एंड बीईआरटी
यह कोर्स ट्रांसफॉर्मर मॉडल्स और बायडायरेक्शनल इनकोडर रिप्रेजेंटेशन फ्रॉम ट्रांसफार्मर (बीईआरटी) पर आधारित है। इसमें सेल्फ अटेंशन के मैकेनिज़्म और बीआरईटी के इस्तेमाल के बारे में बताया जाता है। इसकी अवधि सिर्फ 45 मिनट है। कोर्स को पूरा करने पर एक बैजमिलता है, जिसे आप सोशल मीडिया पर शेयर भी कर सकते हैं।





