Employment News: बैंक ऑफ बड़ौदा की एक रिसर्च रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, भारत में कोरोना पैंडेमिक के पहले नौकरी का जो पर्सेंटेज था उसमे ग्रोथ अभी भी नहीं हुआ है। साल 2023 में भी भारत में नौकरी की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है, लेकिन कुछ सेक्टरों में अच्छे दिनों का इंतजार खत्म हुआ है। हालांकि देश में रोजगार लगातार एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है।
नौकरी बढ़ने वाले सेक्टर:
आईटी सेक्टर: इस सेक्टर में नौकरियों में चार साल के औसत से अधिक की ग्रोथ हुई है।
वित्त सेक्टर: वित्त सेक्टर ने भी नौकरियों में वृद्धि देखी है।
रिटेल सेक्टर: रिटेल सेक्टर भी नौकरियों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
नौकरी घटने वाले सेक्टर:
टेलीकॉम सेक्टर: इस सेक्टर में सबसे ज्यादा नौकरियां घटी हैं।
ऑटोमोबाइल सेक्टर: इस सेक्टर में भी नौकरियों में कमी आई है।
जानकारी के अनुसार, 4 साल में निजी क्षेत्र में नई नौकरियों में सालाना 3.1% की ग्रोथ आई, जबकि GDP ग्रोथ रेट 4.5% के आसपास थी। प्री-कोविड की तुलना में 2,975 कंपनियों में से 49.44% में 8.2 लाख रोजगार घटे, जबकि बाकी 1,504 कंपनियों में 17.4 लाख नए रोजगार आए। कुल मिलाकर नौकरियों में इजाफा 9.2 लाख ही रहा।
हालांकि विशेषज्ञों के अनुसार नौकरी पाने के लिए व्यक्ति को अपनी क्षमताओं को बढ़ाना चाहिए। इंडस्ट्री के ट्रेंड्स का ध्यान रखकर कौशल विकसित करना चाहिए। इसके साथ ही युवाओं को नौकरी के लिए सही समय पर आवेदन करना बहुत महत्वपूर्ण है।