बच्चों के लिए क्यों बेस्ट है केंद्रीय विद्यालय? जानें इसके 5 बड़े कारण

केंद्रीय विद्यालय में कई माता-पिता अपने बच्चों का एडमिशन करवाने के बारे में सोचते हैं। वहीं कुछ पेरेंट्स ऐसे भी हैं जिनके मन में यह विचार आता होगा कि आखिरकार क्यों इस स्कूल में उन्हें अपने बच्चों का एडमिशन करवाना चाहिए। चलिए आज आपको बता देते हैं।

केंद्रीय विद्यालय देश के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक है। यह ऐसे स्कूल है जहां बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा बजट में प्रदान की जाती है। बेहतरीन शिक्षा के अलावा खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी यहां काफी महत्व दिया जाता है। यह स्कूल मुख्य रूप से केंद्रीय कर्मचारियों और अधिकारियों के बच्चों के लिए बनाए गए हैं। इनके एडमिशन के बाद बची हुई सीटों पर अन्य श्रेणियां के बच्चों को एडमिशन दिया जाता है।

फिलहाल स्कूलों में नए एकेडमी सेशन के एडमिशन चल रहे हैं और केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा kvsangathan.nic.in पर इसके संबंध में लगातार जानकारी दे रहा है। आप में से बहुत से पेरेंट्स के मन में यह सवाल आता होगा कि आखिरकार उन्हें अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए केंद्रीय विद्यालय को क्यों चुनना चाहिए। चलिए आज हम आपको बता देते हैं कि आखिरकार यह स्कूल कैसे दूसरे स्कूलों से बेहतर है।

केंद्रीय विद्यालय का पाठ्यक्रम (KVS Schools)

केंद्रीय विद्यालय सबसे ज्यादा अपनी उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है। सबसे बड़ी खासियत यह है कि जितने भी केंद्रीय विद्यालय हैं। वहां पर समान पाठ्यक्रम लागू होता है। जिसकी वजह से पूरे देश में इन स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता एक समान होती है। ऐसे में राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं छात्रों को फायदा होता है क्योंकि नेशनल एंट्रेंस एग्जाम से यह करिकुलम मिलता जुलता है।

बजट में शिक्षा

केंद्रीय विद्यालय में अपने बच्चों का एडमिशन कराने का दूसरा सबसे मुख्य कारण कम खर्चे में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिलना है। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन आज भी जहां स्कूलों की फीस इतनी महंगी है वहां केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन के लिए केवल 25 रुपए लगते हैं। ट्यूशन फीस भी यहां अन्य स्कूलों के मुकाबले बहुत कम है। वहीं कुछ बच्चों को तो यहां मुफ्त में शिक्षा प्रदान की जाती है। यह उन अभिभावकों के लिए बेस्ट है जो अपने बच्चों को बेहतरीन शिक्षा देना चाहते हैं लेकिन उनके पास ज्यादा बजट नहीं है।

ट्रांसफर की सुविधा

जो सरकारी कर्मचारी होते हैं, वो अक्सर ट्रांसफर के चलते एक शहर से दूसरे शहर में शिफ्ट होते हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं उनके बच्चों को होती है क्योंकि हर बार नए स्कूल में एडमिशन मिल पाना मुश्किल होता है। केंद्रीय विद्यालय एक ऐसा माध्यम है जो अपने स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का एक शहर से दूसरे शहर में आसानी से ट्रांसफर कर लेता है। कोर्स भी सभी का एक जैसा होता है इसलिए बच्चों को ज्यादा फिक्र करने की जरूरत नहीं पड़ती।

समग्र विकास पर ध्यान

केंद्रीय विद्यालय में केवल बच्चों की शिक्षा ही नहीं बल्कि खेलकूद और अन्य गतिविधियों पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। स्टेट से लेकर नेशनल स्तर तक की प्रतियोगिताएं आयोजित होती है जिनमें स्टूडेंट को हिस्सा लेने का मौका मिलता है। इस तरह से बच्चे पढ़ाई के साथ खेलकूद में भी अव्वल निकलते हैं।

आधुनिक सुविधाओं से उपयुक्त

केंद्रीय विद्यालय सरकारी स्कूल जरूर है लेकिन इसकी हालत अन्य सरकारी स्कूलों की तरह नहीं है। इसका इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत मजबूत है और प्राइवेट स्कूलों की तरह यहां स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी, लैबोरेट्री, खेल के मैदान और अन्य आधुनिक सुविधाएं स्टूडेंट के लिए उपलब्ध रहती है। यहां बच्चों के नैतिक शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाता है। उनमें अनुशासन और अच्छे संस्कार आ सके इस बात पर भी विशेष जोर दिया जाता है।


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Diksha Bhanupriy

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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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