भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में बोर्ड परीक्षा (MP Board Exam) से पहले सरकारी स्कूलों में MP Board 9वीं से 12वीं तक की छमाही परीक्षा (Half yearly exam) का आयोजन किया गया था। 8 दिसंबर को परीक्षा संपन्न हो गई है। परीक्षा में जिन विद्यार्थियों के कम अंक आए हैं। उनको लेकर बोर्ड ने बड़ा निर्णय लिया है। दरअसल माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने उन छात्रों के लिए बड़ा निर्णय लिया है। जिन्होंने छमाही परीक्षा में कम अंक प्राप्त किए हैं, ऐसे कमजोर छात्रों के लिए मेंटर स्कूल तैयार कर पढ़ाई कराए जाने की योजना बनाई गई है।
स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) द्वारा योजना बनाई गई। नवीन योजना के तहत हर एक Mentor School में 5 स्कूल होंगे। जो कि कमजोर छात्रों पर नजर रखेंगे। इसके लिए ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है। इसके अलावा एजुकेशन ऑफिसर नियमित रूप से ऐसे स्कूलों का निरीक्षण बनाए रखेंगे। बता दें कि बीते दिनों 9वीं से 12वीं तक की छमाही परीक्षा का आयोजन किया गया था। जिसमें 45 से नीचे वाले को C जबकि 33 से 20 फीसद अंक लाने वाले छात्रों को D श्रेणी में रखा गया है।
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अब ऐसे छात्रों को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल सचेत हो गया है। दरअसल मध्यप्रदेश में रिजल्ट सही करने की कवायद बीते सालों से चल रही है। लगातार बच्चों के रिजल्ट सुधारने को लेकर मध्यप्रदेश शासन सहित स्कूल शिक्षा विभाग बड़ी तैयारी कर रहा है। अब ऐसे विद्यार्थियों को जिनके परीक्षा में अंक लाए हैं। उनके लिए विशेष तैयारी का निर्णय लिया गया है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा इस वर्ष बोर्ड परीक्षा जल्द कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। Corona तीसरी लहर की सम्भावना को देखते हुए परीक्षा जल्द करवाने का फैसला लिया गया। इसके लिए परीक्षा कार्यक्रम घोषित किए जा चुके हैं। फरवरी में परीक्षा आयोजित की जाएगी। जनवरी के आखिरी सप्ताह में एडमिट कार्ड जारी कर दिया जाएगा। इससे पहले छात्रों को परीक्षा फॉर्म भरने में संशोधन तिथि 15 दिसंबर रखी गई है। 15 दिसंबर तक छात्र अपनी परीक्षा फॉर्म में संशोधन कर सकेंगे।