रेल मंत्रालय ने कर्मचारियों के प्रमोशन से जुड़े नियमों (Railway Promotion Rules) में बड़ा बदलाव किया है। अब सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं एक केन्द्रीकृत कम्यूटर आधारित परीक्षा मोड में आयोजित की जाएगी। यह जिम्मेदारी रेलवे भर्ती बोर्ड को सौंपी गई है। एग्जाम के दौरान सुरक्षा और पारदर्शिता का खास ख्याल रखा जाएगा।
बुधवार को आयोजित उच्च स्तरीय बैठक के बाद रेलवे ने नियमों में बदलाव का निर्णय लिया है। इससे पहले विभागीय पदोन्नति परीक्षाओं का आयोजन रेलवे मंडलों और जोन द्वारा आंतरिक रूप से किया जाता था। हाल ही इन परीक्षाओं में भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं। सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में पूर्व मध्य रेलवे के 26 रेलवे अधिकारियों को परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक करने के आरोप में अरेस्ट किया है। छापेमारी के दौरान 1 करोड़ रुपये से अधिक की नकद राशि जब्त की गई है।

परीक्षाओं के लिए तैयार होगा कैलेंडर
रेलवे ने परिपत्र में कहा कि सभी क्षेत्री रेलवे परीक्षाओं के लिए एक कैलेंडर तैयार किया जाएगा। इसके आधार पर ही परीक्षाएं आयोजित होगी। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त होगी। एग्जाम हॉल में प्रवेश से पहले उम्मीदवारों की तलाशी मेटल डिटेक्टर से होगी। इस फ़ैसले से लाखों उम्मीदवार प्रभावित हो सकते हैं।
ग्रुप सी लंबित भर्तियाँ रद्द
बता दें रेलवे ने विभागीय समूह सी के लिए लंबित भर्ती और चयन प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। यह कदम सिलेक्शन प्रोसेस में “अवैधता” को देखते हुए उठाया गया है। इस संबंध में सभी रेलवे जोन के जनरल मैनेजर को सर्कुलर जारी किया गया है। जिसके मुताबिक 4 मार्च 2025 तक जिन चयन प्रक्रियाओं को अंतिम रूप से मंजूरी नहीं मिली हैं, उन्हें कैंसिल माना जाएगा। अगली घोषणा तक कोई नई चयन प्रक्रिया भी शुरू नहीं होगी।