ऑल इंडिया बार एग्जाम के लिए 10 नवंबर तक बढ़ी रजिस्ट्रेशन की तारीख, इंदौर में भी होगा परीक्षा का आयोजन

All India Bar Exam

All India Bar Exam: बार काउंसिल ऑफ इंडिया की तरफ से एक बार फिर ऑल इंडिया बार एग्जाम- 18 (एआईबीई-18) की रजिस्ट्रेशन की तारीखों को बढ़ा दिया गया है। अब उम्मीदवार बार परीक्षा के लिए 10 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। पहले रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख तारीख 4 नवंबर निर्धारित की गई थी। उम्मीदवार 11 नवंबर तक आवेदन शुल्क का भुगतान और 12 नवंबर तक आवेदन फार्म में संशोधन की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।

ऑल इंडिया बार एग्जाम परीक्षा का आयोजन

ऑल इंडिया बार एग्जाम के लिए प्रवेश पत्र 25 नवंबर 2023 से लेकर 30 नवंबर 2023 के बीच में जारी किया जाएगा। वहीं परीक्षा का आयोजन 3 दिसंबर 2023 को होगा।

ऑल इंडिया बार एग्जाम के लिए 10 नवंबर तक बढ़ी रजिस्ट्रेशन की तारीख, इंदौर में भी होगा परीक्षा का आयोजन

इंदौर भी होगा परीक्षा का केंद्र

ऑल इंडिया बार एग्जाम का आयोजन देश के 54 शहरों में होगा। वहीं इस परीक्षा के लिए इंदौर शहर को भी केंद्र बनाया गया है। इससे पहले इंदौर शहर के आसपास के उम्मीदवारों को जबलपुर और ग्वालियर के जाना पड़ता था। इस परीक्षा का आयोजन मध्य प्रदेश के इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और भोपाल में होगा।

ऑल इंडिया बार एग्जाम के लिए न्यूनतम अंक

ऑल इंडिया बार एग्जाम के लिए अनारक्षित और पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम 45 फीसदी अंक निर्धारित किया गया है। जबकि एससी, एसटी और दिव्यांग वर्ग के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम अंक 40 फीसदी निर्धारित है।

साल में दो बार आयोजित होती है परीक्षा

ऑल इंडिया बार एग्जाम का आयोजन साल में दो बार किया जाता है। इस परीक्षा का आयोजन लॉ से स्नातक की डिग्री प्राप्त उम्मीदवारों को न्यायालय में वकालत की प्रैक्टिस के लिए कराया जाता है। इस परीक्षा के जरिए लॉ स्नातक डिग्री धारकों को सर्टिफिकेट दिया जाता है।

 


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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