भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) के शिक्षा में नई शिक्षा नीति (New Education Policy) के तहत बदलाव किए गए हैं। नई शिक्षा नीति के तहत कई मानसिक व शारीरिक गतिविधियों को शिक्षा व्यवस्था में शामिल किया जाएगा। इसी विषय पर सीएम शिवराज (CM Shivraj) द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत अधिकारियों को खेलों को शिक्षा का अनिवार्य अंग बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
CM Shivraj द्वारा प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश के योग आयोग (yoga aayog) का गठन किया जाए और स्कूलों (MP School) में योग शुरू कराया जाए। इसके अलावा स्कूल शिक्षा (School Education Department), उच्च शिक्षा विभाग (higher education department) और खेल विभाग का समन्वय कर खेलों की बेहतर रणनीति तैयार की जाए।
इतना ही नहीं शिवराज ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के विजन का कार्यक्रम अभी से क्रियान्वित करने के अलावा विभिन्न स्पर्धाओं में स्थान पाने वाले सभी खेलों का श्रेणीकरण और वर्गीकरण किया जाए। इतना ही नहीं सभी शासकीय नौकरी में स्पोर्ट्स कोटा का निर्धारण करने के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाएं। CM शिवराज ने बैठक में निर्देश दिए कि नई शिक्षा नीति के तहत खेलो को महत्व दिया जाना अनिवार्य है। इसपर प्रदेश में प्राथमिकता से कार्य किया जाना जरूरी है।
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साथ ही योग शिक्षकों की भर्ती बड़े पैमाने पर की जाए योग और खेल को बढ़ावा देने हर स्कूल में एक योग और एक खेल शिक्षक का होना अनिवार्य होगा। CM शिवराज ने कहा कि हर गांव में बच्चों के लिए खेल का मैदान हो। साथ ही ग्रामीण विकास के साथ मिलकर खेल मैदान को विकसित करने के अलावा मुख्यमंत्री कप- विधायक कप जैसी व्यवस्था शुरू करवाई जाए। खेल गतिविधियों पर चर्चा जारी रखी जाए और अधूरे खेल संरचनाओं को पूरा किया जाए।
बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि भोपाल के नाथू बरखेड़ा में अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट कंपलेक्स का निर्माण कार्य शुरू किया जाए। इसके अलावा नवाचार के तौर पर अंतरराष्ट्रीय स्पॉट साइंस सेंटर की स्थापना पर भी कार्य तेजी से किया जाना चाहिए। प्रदेश में हॉकी खेल को प्रोत्साहन के लिए टर्फ निर्मित किए जाने पर भी निर्देश दिए गए हैं।
वही सीएम शिवराज सिंह का कि खेलो इंडिया योजना के तहत प्रदेश में विभिन्न कार्य संचालित की जाएगी। इस योजना में मध्यप्रदेश अग्रणी है। जहां भी स्टेडियम बने हैं। उसका उपयोग सुनिश्चित हो। साथ ही खेल परिसर और तीरंदाजी सेंटर गैरतगंज में स्टेडियम, मिनी स्टेडियम, गोटेगांव में पवेलियन और कटनी में खेल परिसर बनाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
खेलों को जन-आंदोलन के रूप में करें स्थापित
सीएम शिवराज ने कहा कि आनंद उत्सव के कार्यक्रमों में खेल विभाग सक्रिय भूमिका निभाए। खेल अधो-संरचनाओं का विकास पीपीपी मॉडल पर हो। स्वास्थ्य एवं आनंद के लिए खेल जरुरी हैं। खेल को जन-आंदोलन के रुप में स्थापित करें। इसके लिए कार्य-योजना बनायें।