NEET की रेस में हर कोई टॉपर नहीं बन सकता, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि मेडिकल फील्ड में शानदार करियर का मौका खत्म हो गया। भारत में कई ऐसे कोर्स हैं जो ना सिर्फ यूनिक हैं बल्कि तेजी से बढ़ते हेल्थ सेक्टर में इनकी डिमांड भी बढ़ रही है। खास बात ये है कि इन कोर्सेस में एंट्री पाना MBBS जितना मुश्किल नहीं, लेकिन करियर और कमाई दोनों में ये किसी से पीछे नहीं।
B.Sc. इन Neuroelectrophysiology
अगर आपका NEET स्कोर MBBS या BDS जैसी टॉप ब्रांच में एडमिशन के लिए काफी नहीं है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं। B.Sc. इन Neuroelectrophysiology एक ऐसा ही कोर्स है, जो दिमाग और नसों की एक्टिविटी की जांच करना सिखाता है। इसमें EEG, EMG जैसे टेस्ट करना सिखाया जाता है, जो न्यूरोलॉजिकल मरीजों की जांच में अहम भूमिका निभाते हैं।

B.Sc. इन Medical Genetics
इसी तरह B.Sc. इन Medical Genetics एक फास्ट ग्रोइंग फील्ड है, जिसमें DNA टेस्टिंग, जेनेटिक डिसऑर्डर और रेयर बीमारियों पर रिसर्च होती है। आज की तारीख में जेनेटिक काउंसलिंग और प्रिवेंटिव हेल्थ केयर में इसकी काफी जरूरत है। ये कोर्स उन छात्रों के लिए बेस्ट है जो रिसर्च या डायग्नोस्टिक्स में रुचि रखते हैं।
B.Sc. इन Nuclear Medicine Technology
B.Sc. इन Nuclear Medicine Technology एक ऐसा कोर्स है जो रेडियोएक्टिव तकनीक से बीमारियों की पहचान और इलाज सिखाता है। इसमें PET स्कैन, SPECT और रेडियोथेरेपी जैसे टूल्स का इस्तेमाल किया जाता है। इस कोर्स के प्रोफेशनल्स की डिमांड खासकर कैंसर हॉस्पिटल्स और रिसर्च सेंटर्स में तेज़ी से बढ़ रही है।
B.Sc. इन Artificial Intelligence इन Healthcare
दूसरा अनोखा कोर्स है B.Sc. इन Artificial Intelligence इन Healthcare। इसमें AI और मशीन लर्निंग की मदद से मेडिकल डायग्नोस्टिक्स को स्मार्ट बनाया जाता है। आप यह सीखते हैं कि कैसे हेल्थ डेटा को एनालाइज कर बीमारियों की पहचान की जाए, और इलाज में टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल हो। आज के डिजिटल हेल्थ युग में इस कोर्स की डिमांड तेजी से बढ़ रही है।
B.Sc. इन Sports Medicine और Rehabilitation
अगर आपकी रुचि फिटनेस और स्पोर्ट्स में है, तो B.Sc. इन Sports Medicine और Rehabilitation एक बेहतरीन ऑप्शन है। इस कोर्स में खिलाड़ियों की चोट, रिकवरी, रिहैब और हेल्थ मैनेजमेंट सिखाया जाता है। इसमें फिजियोथेरेपी, स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन और इंजरी प्रिवेंशन जैसे विषय होते हैं स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के बढ़ते दायरे में ऐसे एक्सपर्ट्स की डिमांड लगातार बढ़ रही है IPL, ISL जैसी लीग्स और बड़े हॉस्पिटल्स में ऐसे प्रोफेशनल्स की भर्ती हो रही है। इस कोर्स को करने के बाद आप टीमों के साथ फिजियोथेरेपिस्ट, हेल्थ कंसल्टेंट या रिहैब एक्सपर्ट के रूप में जुड़ सकते हैं।