25 जून से बच्ची का पिता आर्थिक मदद के लिए यात्रा निकाल रहे हैं। ऐसे में वह पैदल यात्रा करते हुए अब तक करीब 14 लाख रूपये अपनी बच्ची के इलाज के लिए जुटा चुके हैं।
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Sidhi urination case victim Dashmat reached home : दशमत घर लौट आए हैं। इस बार का लौटना हर बार से…
एमपी यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने बातचीत का वीडियो अपने ट्विटर एकाउंट पर शेयर करते हुए ट्वीट किया – वीडियो में साफ सुनाई दे रहा है कि किस तरह से मुख्यमंत्री भोपाल से अपने गुर्गों के जरिए पीड़ित परिवार को आवाज बंद करने के लिए पैसों और घर का लालच दे रहे हैं। शिवराज जी, शायद आपको इस बात का अंदाजा नहीं है कि आदिवासी, आदिकाल से जल, जंगल और जमीन के मालिक हैं। उनके लिए आपके चंद सिक्कों से बड़ी चीज अपना आत्मसम्मान है।
दशमत आदिवासी ने सीएम को बताया कि वो पल्लेदारी करता है, मंडी में हाथ ठेला चलाता है उससे परिवार चलाता है, सीएम ने जब बच्चों की पढ़ाई के बारे में पूछा तो उसने कहा कि पढ़ते हैं और उन्हें वजीफा भी मिलता है, मुख्यमंत्री ने कहा कोई भी परेशानी हो तो बताओ इसपर ईमानदार और स्वाभिमानी दशमत ने कुछ नहीं कहा, सीएम ने उसका शाल, श्रीफल और पुष्प गुच्छ से सम्मान किया और उसे नाश्ता कराया, गणेश जी की प्रतिमा भेंट की।
प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर शिवराज सरकार को घेरा – मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक के एक करीबी द्वारा आदिवासी युवक के साथ की गई अमानवीय व घृणित हरकत बेहद शर्मनाक है। प्रदेश में भाजपा के 18 साल के शासन में आदिवासियों पर अत्याचार के 30,400 मामले सामने आए हैं। भाजपा राज में आदिवासी हितों पर केवल कोरे दावे और कोरी बातें हैं। आदिवासियों पर अत्याचार रोकने के असल कदम क्यों नहीं उठाती सरकार?
मामले में सरकार द्वारा घटना की जांच के लिए 4 सदस्यों की जांच समिति बनाई गई थी। जिसमें रामलाल रौतेले को समिति अध्यक्ष बनाया गया है।
आनन-फानन में उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल सीधी में भर्ती करा दिया गया है जहां उसका इलाज चल रहा है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से चिकित्सालय भेजवा दिया।
मौके पर पहुंची टीम ने ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू किया और नदी में छोड़ा।
घायल महिला को 108 एंबुलेंस व स्थानीय लोगों की मदद से इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।