बताया जा रहा है कि सरगुजा जिले में उदयपुर क्षेत्र के खोधला गांव में रहने वाले जयराम सिंह (50) और फूलसुंदरी बाई (45) के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा हेमंत अपनी पत्नी के साथ ससुराल में रहता है। वह गुरुवार को घर पहुंचा तो मां-बाप नहीं थे, उसने आसपास पूछा, लेकिन कुछ पता नहीं चला। घर के अंदर भी काफी बदबू आ रही थी। इस पर हेमंत ने पुलिस को सूचना दी।पुलिस मौके पर पहुंची और जब उसने हेमंत के छोटे भाई से पूछताछ की घटना का खुलासा हुआ, हालांकि आरोपी ने पहले ही बड़े भाई हेमंत को घटना के बारे में बताया था मगर हेमंत को विश्वास नहीं हुआ, लेकिन पुलिस के सामने जब आरोपी ने सच्चाई बताई, तो सुनकर हर कोई हैरान रह गया।
बताया जा रहा है कि आरोपी 12वीं फेल है और काफी गुस्सैल स्वभाव का है। पुलिस के मुताबिक उसे हमेशा लगता था कि उसके माता-पिता बड़े भाई को ज्यादा पसंद करते है। उसे प्यार भी नहीं करते। बड़े भाई की एक साल पहले ही शादी हुई है। वह माइंस में मजदूरी करता है और अपने ससुराल में रहता है। कभी-कभी ही गांव आता था। आरोपी कुछ नहीं करता था, इसके चलते अक्सर माता-पिता उसे डांटते-फटकारते भी थे। आशंका है कि इसी बात को लेकर उसके मन में और गुस्सा भर गया था। हालांकि पड़ोसियों की माने तो आरोपी की मानसिक हालत ठीक नहीं है। मामले की जांच और गांव वालों से पूछताछ भी की जा रही है। पुलिस पूछताछ में आरोपी किशोर ने बताया कि उसने माता-पिता की हत्या करीब 5-6 दिन पहले लकड़ी काटने वाली वसूली से की थी। पहले घर में पिता का शव दफना दिया, लेकिन मां को दो दिन बाद दफनाया। इसके बाद उसी घर में सोता और खाना बनाता रहा। मौके पर फॉरेंसिक टीम को भेजा गया है। वह मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने ही आरोपी के बयान लिए और फिर शवों को बाहर निकलवाया।