राज्य के लाखों कर्मचारियों को मिलेगा तोहफा! फिर बढ़ेगा महंगाई भत्ता, 17 अक्टूबर को कैबिनेट बैठक

Pooja Khodani
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रायपुर, डेस्क रिपोर्ट। छत्तीसगढ़ के 3.80 लाख सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। दिवाली से पहले राज्य के कर्मचारियों को बड़ा तोहफा मिल सकता है। 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में अहम कैबिनेट बैठक होना है, संभावना है कि इस बैठक में महंगाई भत्ते में एक बार फिर 3 से 6 प्रतिशत तक का इजाफा हो सकता है। वही एरियर और मकान भत्ते पर फैसला हो सकता है।हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।कयास लगाए जा रहे है कि चुनाव से पहले सरकार यह बड़ा फैसला ले सकती है।

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दरअसल, वर्तमान में राज्य के कर्मचारियों को 28 फीसदी डीए का लाभ मिल रहा है और संभावना है कि भूपेश सरकार 3 या प्रतिशत वृद्धि कर इसे 28 से 31 फीसदी या 34% कर सकती है। हालांकि कर्मचारियों ने केन्द्र के समान महंगाई भत्ते की मांग की है। बता दे कि बीते महीनों राज्य सरकार ने कर्मचारियों-पेंशनरों को आश्वासन दिया था कि दिवाली के मौके पर कर्मचारियों के डीए में फिर 3% वृद्धि की जाएगी, जिसके बाद राज्य कर्मचारियों का डीए 28% से बढ़कर 31% जाएगा।वही 1 जुलाई 2021 से देय एरियर्स जीपीएफ खाते में जमा होगा। हालांकि इसके लिए सरकार ने दिवाली और राज्य उत्सव तक का समय मांगा था, जो की नजदीक है।

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इधर, छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने सीएम से मांग की है कि 24 अक्टूबर को दीपावली है, ऐसे में 20 अक्टूबर तक वेतन तथा पेंशन के भुगतान के निर्देश दें। वही 3% महंगाई भत्ता कम से कम पूर्ण भुगतान का आदेश किया जाए ।साथ ही कहा कि कर्मचारियों के लंबित आर्थिक मांग 3% DA अर्थात 28 से बढ़ाकर अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों की भांति 31 प्रतिशत किए जाने, केंद्रीय कर्मचारियों के समान DA देय से प्रदान करने तथा एरियर का नगद भुगतान करने, 7 वें वेतनमान की एरियर्स की किश्त का भुगतान, जो कर्मचारियों की लंबित आर्थिक मांगे हैं, पर भी विचार कर निर्णय लिया जावे, ताकि कर्मचारी भी उत्साह पूर्वक दीपावली पर्व मना सके।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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