कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर, अप्रैल से लागू हुई ये नई व्यवस्था, सेवानिवृत्ति के दिन ही मिलेगी राशि, मिलेगा लाभ

Pooja Khodani
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Employees News : छत्तीसगढ़ के कोयला कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। अब कोयला कर्मचारियों को सीएमपीएफ के लिए कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। अब उन्हें सेवानिवृत्ति के दिन ही कोल माइंस प्राविडेंट फंड (CMPF) के आदेश की कॉपी व चेक मिल जाएगी। इसका फैसला हाल ही में हुई सीएमपीएफओ बोर्ड की बैठक में लिया गया था। नई व्यवस्था 1 अप्रैल से लागू कर दी गई है, इससे आगामी 30 अप्रैल को सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों को बड़ा लाभ मिलेगा।

दरअसल, साउथ इस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड (एसईसीएल) समेत कोल इंडिया की अन्य संबद्ध कंपनियों में कार्यरत अधिकारी- कर्मचारियों के राशि सीएमपीएफओ में जमा होती है।कर्मचारियों को बेसिक, डीए समेत अन्य भत्ता मिला कर मिलने वाली राशि का 12% व इतनी ही राशि कंपनी अपनी तरफ से मिलाकर CMPF में जमा करती है। इसके बाद जब भी कर्मचारी सेवानिवृत होते है तो इस राशि का ब्याज जोड़ कर कर्मचारी को राशि का भुगतान कर दिया जाता है।

सेवानिवृत्ति के दिन ही मिलेंगे CMPF के आदेश-चेक

लेकिन सभी दस्तावेज सीएमपीएफ कार्यालय नहीं पहुंचने के चलते कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद इस राशि के लिए कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते है और यह राशि करीब दो से तीन माह बाद उन्हें मिलती है, ऐसे में अब कंपनी ने 1 अप्रैल से नई व्यवस्था लागू की है, जिसके तहत सेवानिवृत होने वाले कोयला कर्मचारियों को अब सेवानिवृत्ति के दिन ही कोल माइंस प्राविडेंट फंड (CMPF) के आदेश की कॉपी व चेक दे दिया जाएगा। इसका लाभ 30 अप्रैल को सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों को भी मिलेगा।

बैठक में बनी थी सहमति

गौरतलब है कि बीते दिनों कोयला कर्मियों के पेंशन फंड व प्राविडेंट फंड के लिए गठित सीएमपीएफ बोर्ड आफ ट्रस्टी की 176वीं बैठक हुई थी, जिसमें पेंशन, सैलरी और सीएमपीएफ को लेकर कई मुद्दों पर बड़े फैसले लिए गए थे। इसमें सबसे अहम फैसला सेवानिवृत्ति के दिन ही कोयला कर्मचारियों को सीएमपीएफ की राशि प्रदान करने और पूरी कार्यप्रणाली ऑनलाइन करने पर सहमति बनी थी, इसे 1 अप्रैल से लागू कर दिया गया है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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