DA Hike 2023 : कर्मचारियों को जल्द मिलेगा बड़ा तोहफा! फिर डीए में होगी 4% वृद्धि, 42% से बढ़कर होगा 46 फीसदी, दिसंबर से सैलरी में वृद्धि संभव

Pooja Khodani
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Employees DA update

Chhattisgarh DA Hike 2023 : छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद और मतगणना के बाद अब कर्मचारियों को जल्द महंगाई भत्ते का तोहफा मिल सकता है।इसके लिए छत्तीसगढ़ कर्मचारी आधिकारी फेडरेशन ने निर्वाचन आयोग से अनुशंसा कर सरकारी कर्मचारियों को इसी माह 4 प्रतिशत डीए (DA) देने की मांग की है, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इसी हफ्ते कर्मचारियों को डीए का तोहफा मिल सकता है ।वर्तमान में राज्यकर्मियों को 42 फीसदी डीए का लाभ दिया जा रहा है।

फेडरेशन ने लिखा आयोग को पत्र, जल्द हो सकती है मांग पूरी

छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने निर्वाचन आयोग को एक पत्र लिखा है,जिसमें उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुका है। ऐसी स्थिति में प्रदेश के शासकीय सेवकों को भारत निर्वाचन आयोग से शीघ्र अनुमति मिलने की अपेक्षा है।अतः छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन आपसे अनुरोध करता है कि दीपावली महापर्व और विधानसभा चुनाव संपन्न होने के कारण प्रदेश के कर्मचारी-अधिकारियों और पेंशनरों को केन्द्रीय कर्मचारियों की भांति शेष 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने के लिए अतिशीघ्र अनुमति प्रदान करने का कष्ट करेंगे।

हाल ही में सीएम ने किया था एक्स पर पोस्ट

बता दे कि हाल ही में सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट लिखा था जिसमें बताया था कि हम छत्तीसगढ़ के शासकीय कर्मचारियों को केंद्र सरकार के समान डीए देना चाहते हैं,  इसके लिए अधिकारियों को निर्वाचन आयोग से विधिवत अनुमति प्राप्त करने हेतु निर्देश दिया है। संभावना है कि फेडरेशन की मांग पर आयोग जल्द मुहर लगा सकता है और फिर वित्त विभाग द्वारा आदेश जारी किए जाएंगे। वही नवंबर के वेतन के साथ बढ़े हुए डीए एरियर का लाभ मिल सकता है, जो दिसंबर में मिलेगा। इससे छत्तीसगढ़ के 3 लाख से ज्यादा कर्मचारियों के लाभान्वित होने के संकेत है।

DA Hike 2023 : कर्मचारियों को जल्द मिलेगा बड़ा तोहफा! फिर डीए में होगी 4% वृद्धि, 42% से बढ़कर होगा 46 फीसदी, दिसंबर से सैलरी में वृद्धि संभव


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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