छत्तीसगढ़ में लाल आतंक खत्म होने की कगार पर है। इस साल सैकड़ों नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौट आए हैं। खूंखार माओवादी हिडमा के एनकाउंटर के बाद कई बड़े नक्सली संगठन के सदस्य अब हथियार डालते नजर आ रहे हैं। रविवार को सुरक्षाबलों को एक और सफलता हाथ लगी है। सुकमा के टॉप नक्सली पति-पत्नी ने आंध्र प्रदेश के आलुरी सीताराम राजू जिले में सरेंडर कर दिया है।
बता दें कि दोनों नक्सली दंपत्ति दिरदो विज्जल उर्फ जयलाल और उसकी पत्नी डीवीसीएम मडवी गंगी उर्फ विमला उर्फ भीमे दक्षिण सब-जोनल कमेटी के सदस्य थे। इन पर कुल 33 लाख रुपए का इनाम घोषित था। दोनों ने पुलिस अधिक्षक अमित बरदार सामने हथियार डाल दिए हैं।
कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं दोनों नक्सली
बता दें कि दोनों नक्सली दंपत्ति पर कई आरोप हैं। जयलाल की पत्नी विमला भी लगभग 20 साल से नक्सली संगठन में सक्रिय रही है। साल 2006 में नक्सली बनने के बाद उसने कोंटा, बडेसट्टी, मलेंगर और जगारगोंडा क्षेत्रों में नक्सल संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियों को संभाला था।
वहीं जयलाल ने घात लगाकर सुरक्षा बलों पर हमला करने, पुलिस कैंप पर हमला करने, सुरक्षा बलों से दो मुठभेड़, बैंक डकैती और आईईडी ब्लास्ट जैसी कई वारदातों को अंजाम दिया है।





