छिंदवाड़ा| मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है| यहां उमरानाला चौकी से एक बुजुर्ग की हत्या और डकैती के आरोपी आठ बदमाश आरक्षकों के साथ मारपीट कर फरार हो गए| बीते दिनों कड़ी मशक्कत के बाद ये सभी आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े थे। इन सभी आरोपियों ने जिले समेत अन्य कई शहरों में बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है। हालांकि उनमें से 3 को महाराष्ट्र पुलिस ने नागपुर में गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों के फरार होने घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है| वहीं पुलिस निरीक्षक सहित छह अन्य पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कल रात फरार हुए आरोपियों के मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मचारियों में थाना प्रभारी मोहखैड राजेंद्र मर्सकोले, उपनिरीक्षक दीपक डहेरिया, प्रधान आरक्षक राम प्रसाद इवनाती, नानक राम पाल, आरक्षक रमन उइके,अजय सोलंकी और विजय जाट को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक मोहखेड़ थाना क्षेत्र की उमरानाला पुलिस चौकी में बंद हत्या और डकैती के आठ आरोपी मंगलवार रात पुलिसकर्मियों पर हमलाकर फरार हो गए। पुलिस के अनुसार मंगलवार रात करीब एक बजे आरोपियों ने पुलिस चौकी में तैनात सिपाही से पानी मांगा। जैसे ही सिपाही ने पानी देने के लिए हवालात का ताला खोला सभी आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया और बाहर निकल आए। हवालात से बाहर निकलते ही अन्य दो सिपाहियों को भी उन्होंने घायल कर दिया और पुलिस चौकी से फरार हो गए।
पुलिस ने उन्हें दो दिन पहले ही गिरफ्तार किया था और पांच दिन की पुलिस रिमांड में लिया था। 25 जुलाई को इन 8 बदमाशों ने छिंदवाड़ा में एक मकान में डकैती डाली और घर और परिवार के मुखिया के सिर में रॉड मारकर हत्या कर दी थी। बदमाशों को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करनी थी। उन्हें उमरानाला चौकी लाया गया था| बदमाशों के फरार होने की घटना से हड़कंप मच गया और खोजबीन शुरू हुई, जिसमें तीन को महाराष्ट्र पुलिस ने पकड़ लिया है और उन्हें छिंदवाड़ा लाया जा रहा है। इन्हीं आरोपियों ने करीब छह माह पूर्व सिवनी जिले के घंसौर में एसडीओपी के घर से शासकीय पिस्टल चोरी की थी। वहीं छिंदवाड़ा जिले में विभिन्न चोरियों में भी ये शामिल रहे।