भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना (Corona) के कारण एक और जहां अस्पतालों (Hospitals) में व्यवस्थाएं बिगड़ गई है वही दूसरी तरफ अब संक्रमण से मरने वालों को दो गज की जमीन भी नहीं मिल रही है। ताजा मामला भोपाल (Bhopal) के भदभदा श्मशान घाट का है जहां क्षमता से ज्यादा शव आने से व्यवस्था बिगड़ गई वही कर्मचारियों की कोरोना मरीजों की लाशों का दाह संस्कार करते-करते हालत बिगड़ गई हैं।
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दरअसल बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण मौतों का आंकड़ा काफी बढ़ गया है जिसके कारण भोपाल के विश्राम घाट में अब जगह कम पड़ने लगी है हर रोज विश्राम घाट की क्षमता से ज्यादा वहां शव पहुंच रहे हैं जिसके कारण कर्मचारियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और परिजन भी अंतिम संस्कार के लिए काफी परेशान हो रहे हैं। बिगड़ते हालात को देखते हुए भदभदा विश्राम घाट कमेटी के अध्यक्ष अरुण चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि अब 10 से 12 शवों के अंतिम संस्कार के लिए नई जगह तैयार की जाएगी, पहले 18 से 20 लाशों के अंतिम संस्कार की विश्राम घाट में व्यवस्था थी अब हम 50 शवों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करेंगे।
2 एकड़ में तैयार हो रहा अस्थायी घाट
विश्राम घाट परिसर में खाली पड़ी 2 एकड़ की जमीन पर बुलडोजर चलाकर उसे अस्थाई रूप से विश्राम घाट में बदला जा रहा है। यहां पर 30 शवों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जाएगी। दो-तीन दिन में इस विश्राम घाट में 50 शवों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था हो सकेगी। बतादें की अंतिम संस्कार करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि सुबह से शाम तक कई कोरोना मृतकों का अंतिम संस्कार करने के तां-तां लगा रहता है जिसके कारण सांस लेने की फुर्सत नहीं है, उनका कहना है कि अस्पतालों से सिर्फ एक ही श्मशान में शव आ रहे हैं, जिससे उन पर ज्यादा दबाव पड़ रहा है। बतादें कि पिछले 5 दिनों में भदभदा विश्राम घाट पर करीब 130 से अधिक लाशों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है। जो एक बड़ी चिंता का विषय बनता दिख रहा है।
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