समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान 20 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा आकांक्षा ने बताया, ” कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कई तरह के ड्रग्स का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा लोगों का वैक्सीनेशन भी हो रहा है। लेकिन मुझे लगता है कि देश में और बिहार में भी अस्पतालों में डॉक्टरों और स्टाफ की कमी है।”
आकांक्षा ने बताया कि अपने पिता की मदद से उन्होंने एक ‘मेडी- रोबोट’ बनाया है। ये रोबोट डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सहायता करेगा। आकांक्षा ने कहा,” मैंने अपने पिता योगेश कुमार के साथ मिलकर इस ‘मेडी- रोबोट को बनाया है, और हम उम्मीद करते हैं कि डॉक्टरों की मदद कर के ये कई जिंदगियों को बचाने में कारगर होगा।”
ये रोबोट संक्रमित व्यक्ति का मूलभूत मेडिकल टेस्ट, रियल टाइम डेटा बेसिस के साथ कर सकता है। इसके अलावा इस रोबोट की सहायता से खून में ग्लूकोस, ऑक्सीजन, हार्ट रेट, तापमान, ब्लड प्रेशर, वजन आदि नापा जा सकता है।
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” रोबोट का मुख्य काम है संक्रमित मरीज को दवा, खाना, पानी और नेब्यूलाइजर की मशीन और ऑक्सीजन पहुंचाना।” इसके अलावा आकांक्षा ने बताया कि ये रोबोट 360° तक घूम सकता है इसके साथ ही इसमें हाई रेसोल्यूशन का कैमरा भी लगा हुआ है।