कोलकाता में मिला कोरोना का नया HKU1 वेरिएंट, क्या सच में है खतरनाक?

लोगों में अब एक ओर वायरस को लेकर चिंता बढ़ रही है। कोलकाता में मिला कोरोना का यह नया वेरिएंट HKU1 क्या वाकई में कोविड-19 जितना घातक है। रिपोर्ट्स की माने तो यह वायरस इतना खतरनाक नहीं है। चलिए इसके बारे में पूरी जानकारी जानते हैं।

कोरोना वायरस जो 2019 में दुनिया के लिए अभिशाप बनकर आया था, ने दुनिया को अब तक दहशत में डालकर रखा है। जब भी किसी नए वायरस की चर्चा होती है तो सबसे पहले कोरोना वायरस का ही खयाल आता है। अब कोलकाता में इसका एक नया वेरिएंट मिला है। लेकिन क्या यह वायरस का नया वेरिएंट उतना ही खतरनाक है। जितना कोरोना वायरस 2019 था? यही सवाल सभी के मन में उठ रहा है। यह चिंता अब सभी के मन में है। आपको बता दें कि जानकारों के द्वारा यह बताया गया है की यह कोविड-19 की तरह जानलेवा नहीं है।

हालांकि यह भी कोरोना वायरस के परिवार का एक हिस्सा ही है, इसके लक्षण पर नजर की जाए तो इसमें भी ज्यादातर सर्दी-जुकाम जैसे हल्के लक्षण दिखाई देते है| बता दें कि HKU1 नाम का यह वेरिएंट कोरोना वायरस के सात वेरिएंट में से ही एक है जो इंसानों को संक्रमित कर सकते हैं। कोलकाता में मिला यह वायरस आमतौर पर ऊपरी श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है।

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क्या सच में खतरनाक है HKU1 वेरिएंट

दरअसल इसके लक्षण आमतौर पर हल्के नजर आते हैं। मगर ऐसे में भी उन लोगों को सतर्क रहना चाहिए जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उनके लिए यह वायरस गंभीर हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ज्यादातर मामलों में यह वायरस हल्का या मध्यम स्तर का संक्रमण ही पैदा करता है। यानी यह वायरस उतना गंभीर नहीं है। इससे डरने की नहीं बल्कि इसके सतर्क रहने की जरूरत है। अगर कोई बुजुर्ग या कोई व्यक्ति जो पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे हैं उनको इससे सतर्क रहने की ज्यादा जरूरत है उन लोगों के लिए यह फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है। जिससे उन लोगों को निमोनिया या ब्रोंकाइटिस जैसी परेशानियां हो सकती हैं।

इससे बचने के आसान उपाय

ऐसे में इससे बचाव के लिए जरूरी कदम उठाना जरूरी है। लेकिन इस वेरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन थोड़ी सावधानी रखना जरूरी है। इस तरह के वेरिएंट से बचने के लिए आपको अपने हाथों को अच्छे से बार-बार साबुन से धोना चाहिए। इसके अलावा हो सके तो सैनिटाइजर का उपयोग भी करना चाहिए। ज्यादा भीड़-भाड़ वाली जगह पर भी नहीं जाना चाहिए। ओर अगर आवश्यक है तो मास्क पहन कर ही जान चाहिए। वहीं कोई संक्रमित है, तो उससे दूरी बनाकर रखना चाहिए। अगर आपको जुखाम है तो छींकते या खांसते वक्त मुंह और नाक को रुमाल से ढंक लें। इसके अलावा , हेल्दी खाना खाएं और जितना हो सके अधिक से अधिक पानी पिएं।


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Ronak Namdev

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मैं रौनक नामदेव, एक लेखक जो अपनी कलम से विचारों को साकार करता है। मुझे लगता है कि शब्दों में वो जादू है जो समाज को बदल सकता है, और यही मेरा मकसद है - सही बात को सही ढंग से लोगों तक पहुँचाना। मैंने अपनी शिक्षा DCA, BCA और MCA मे पुर्ण की है, तो तकनीक मेरा आधार है और लेखन मेरा जुनून हैं । मेरे लिए हर कहानी, हर विचार एक मौका है दुनिया को कुछ नया देने का ।

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