दमोह, गणेश अग्रवाल। कोरोना के संक्रमण काल में लगातार ही अस्पताल में मरीजों के लिए पलंग और बिस्तर की कमी देखने को मिल रही है। दरअसल, लगातार संक्रमण के कारण मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे हालात में समाजसेवी संस्थाएं अच्छा काम करके व्यवस्थाओं में सहयोग प्रदान कर रही हैं, जिससे अस्पताल की व्यवस्थाएं जहां सुधर रही है, वहीं मरीजों को भी स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है.
दरअसल, दमोह के जिला अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को बिस्तर और पलंग की आवश्यकता होती है। ऐसे हालात में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मरीजों के कारण कुछ परेशानियां हो रही है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा लगातार ही व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया जा रहा है। वही जिले के समाज सेवी संस्थान भी सहयोग प्रदान कर रहे हैं। इसी श्रंखला में एमआईसीएस एवं नव जागृति सेवा समिति के माध्यम से अस्पताल को 25 पलंग एवं गद्दे सहित अन्य सहयोगी सामग्री प्रदान की गई। यह सामग्री यहां आने वाले मरीजों के लिए उपयोग की जाएगी। सामग्री दी जाने के दौरान संस्था के प्रमुख के साथ जिला अस्पताल के आरएमओ ने भी आभार माना।
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Gaurav Sharma
पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।
इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।